पटना : राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने प्रधानमंत्री के बिहार दौरा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एकबार फिर सौगात के नाम पर बिहार को जुमला से हीं संतोष करना पड़ा। प्रधानमंत्री का एक सप्ताह के अन्दर बिहार का दूसरा दौरा है। प्रचारित किया गया कि प्रधानमंत्री बिहार को बहुत बड़ी सौगात देने आ रहे हैं और 12,800 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। अलबत्ता सौगात तो नहीं पर पिछले दौरों की तरह इस बार भी केवल जुमलों की बौछार कर चले गए। मुजफ्फरपुर से मोतिहारी एलपीजी लाइन तो 2014 के पहले हीं हुए भारत-नेपाल करार अंतर्गत बनाया गया है। जिसके अंतर्गत नेपाल को एलपीजी गैस की आपूर्ति करने के लिए पाइप लाइन बिछाया गया है। प्रधानमंत्री जी ने जिस शिवहर-सीतामढी और पिपराकोठी-मोतिहारी- रक्सौल सड़क का लोकार्पण किया है वह तो अभी पुरी तरह बना हीं नहीं है और अभी निर्माण कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री ने रेलवे की कई वैसी योजनाओं का भी लोकार्पण किया है, जिसका उद्घाटन पूर्व से मंडल रेल प्रबंधक स्तर के पदाधिकारी किया करते रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने कई योजनाओं का शिलान्यास भी किया है। इसके पहले भी चुनाव के समय अनेकों योजनाओं का शिलान्यास और घोषणाएं होती रही है। जिसका हश्र लोग देख चुके हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के समय उसी चम्पारण की धरती पर उन्होंने मोतिहारी चीनी मिल को चालू करने की घोषणा किया, जो आज तक चालू नहीं हुआ। राजद प्रवक्ता ने कहा कि पीएम कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अपने सम्बोधन में एक बार भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने का जिक्र तक नहीं किया।राजद प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का सरकारी कार्यक्रम आज पूर्णतया चुनावी कार्यक्रम बन कर रह गया और भाषण का अधिकांश हिस्सा लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के हीं इर्द-गिर्द हीं सिमटा रहा। जिसमें बिहार में एनडीए की शर्मनाक हार का भय दिखाई पड़ता रहा।
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