पैसा हड़पने की नीयत से लूट की झूठी कहानी गढ़ने वाला मुकेश गिरफ्तार
कृषि बाजार समिति में बाइक व खेत में छुपाया सेलफोन
मानवीय अनुसंधान और तकनीकी जांच में अंतर पर पुलिस का संदेह बढ़ा, गहन पूछताछ में खुलासा
बेतिया : बेतिया पुलिस अंतर्गत चनपटिया थाना क्षेत्र के महना चंवर के पास चनपटिया बेतिया मुख्य पथ में, मंगलवार की शाम चनपटिया के खोरा गांव निवासी मुकेश कुमार ने लूट का मामला चनपटिया थाना की पुलिस को बताया। बेतिया पुलिस अंतर्गत चनपटिया थाना की पुलिस ने अनुसंधान में घटना को फर्जी पाया। पुलिस का कहना है कि मुकेश ने कर्ज की राशि हड़पने की नीयत से लूट की झूठी कहानी गढ़ दिया। षड्यंत्र अंतर्गत मुकेश ने बाइक व सेलफोन (मोबाइल) अन्यत्र छुपा कर पुलिस को लूट की झूठी घटना की कहानी सुना दिया। लूट की घटना की सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लूट की घटना के कुछ घंटों में पुलिस ने अनुसंधान कर, पूरे लूट प्रकरण का खुलासा कर दिया। तकनीकी जांच में लूट की घटना झूठी सामने आने के बाद पुलिस ने मुकेश को गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं मुकेश (सूचक) के विरुद्ध काण्ड अधिरोपित करते हुए, न्यायालय को सौंप दिया। पुलिस ने मुकेश की निशानदेही पर उसकी बाइक व झाड़ी में छुपा कर रखे मोबाइल की बरामदगी कर ली है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर बेतिया विवेक दीप ने बताया कि कर्ज की राशि हड़पने की नीयत से मुकेश कुमार ने लूट की झूठी कहानी गढ़ दिया। पुलिस ने जांच के उपरांत सच सामने आते ही उसे गिरफ्तार कर न्यायालय को सौंप दिया है। पुलिस के अनुसार, चनपटिया थाना क्षेत्र के खोरा निवासी मुकेश कुमार मंगलवार की शाम करीब 6 बजे 112 पुलिस टीम की गाड़ी से चनपटिया थाना पहुंचा, वहां उसने ओडी में कार्यरत प्रशिक्षु दारोगा पप्पू कुमार यादव को बताया कि खोरा से चनपटिया जाने के क्रम में महना-चनपटिया मुख्य पथ पर महना मुसहरी के पास दो बाइक सवार तीन अपराधियों ने हथियार के बल पर उसकी बाइक रोक, 18 हजार रुपये नकद, मोबाइल फोन व बाइक लूट कर लिया है। लूट की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य कुमार सुमन ने एसडीपीओ विवेक दीप के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। जिसमें थानाध्यक्ष सम्राट सिंह, डीआईयू प्रभारी ज्वाला सिंह, एसआई अरविंद कुमार सिंह, शशिकांत दुबे, प्रशिक्षु दरोगा पप्पु कुमार यादव व रामाकांत कुमार शामिल बताए गये। घटना की मॉनिटरिंग एसपी शौर्य सुमन ने खुद किया। जांच के दौरान एसडीपीओ ने मुकेश कुमार से घटना के संबंध में अलग-अलग दृष्टिकोण से तरीके से पूछताछ की। परंतु वह लगातार लूट की बात पर जोर देता रहा। फिर पुलिस उसके मोबाइल फोन का सीडीआर व टावर लोकेशन खंगालना प्रारम्भ किया। जांच में घटना के समय उसके मोबाइल फोन का लोकेशन नरकटियागंज-साठी के बीच पाया गया। आरोपी मुकेश के बयान एवं तकनीकी जांच में काफी अंतर मिला। उसके बाद पुलिस का शक गहरा होता चला गया। उसके बाद पुलिस सख्ती से पूछताछ करना प्रारम्भ किया तो उसने बाइक चनपटिया के कृषि बाजार समिति के प्रांगण में व मोबाइल फोन महना के पास एक खेत की झाड़ी में रखने की बात बताया। उसके निशानदेही पर पुलिस बाइक व मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। पुलिस की पूछताछ में जानकारी मिली कि मुकेश लोगों से रुपए लेकर ब्याज पर चलाता रहा। एसडीपीओ ने बताया कि जांच के क्रम में यह तथ्य सामने आया कि मुकेश चनपटिया के गोविनापुर निवासी विवेक कुमार की बहन से रुपए लिया, समय पर राशि नहीं देने पर विवेक ने मुकेश को धमकाया, राशि हड़पने व विवेक को फंसाने के लिए मुकेश ने लूट का षड्यंत्र रचा। पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में लूट की घटना, झूठा पाया, पुलिस के अनुसार लूट की कोई घटना ही नहीं घटी।