एसपी के हस्तक्षेप उपरांत भयादोहन पीड़िता को मिली सुरक्षा
बेतिया महिला थाना कर्मी मामला उलझा कर करते हैं भयादोहन
APNI BAT/apnibaat.org
बेतिया : आमजन अपनी समस्या समाधान के लिए पुलिस थाना जाते हैं। परंतु थाना के पुलिस पदाधिकारी व कर्मी मामला उलझा कर भयादोहन का काम प्रारम्भ करते हैं। ऐसा ही मामला मंगलवार को पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया महिला थाना की परिसर में दिखी। उल्लेखनीय है कि चनपटिया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 6 निवासी रामू कुमार व उनके परिजन एवं योगापट्टी थाना क्षेत्र के मच्छरगांवा की मंजू कुमारी के परिजनों ने महिला थाना में शिकायत पत्र दिया। जिसको आपसी सहमति से बैठकर निपटा लिया। उपर्युक्त मामला में समस्या का समाधान स्थानीय लोगों ने सूचना मिलने पर दोनों पक्ष को बैठाकर किया। समाधान उपरांत महिला ने थानाध्यक्ष को अपनी शिकायत वापस लेने के लिए कई दिनों से महिला थाना का चक्कर लगा रही थी। मंगलवार को महिला थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को बुलाई गई। लड़का पक्ष की तरफ से महिला थाना में पहुंचे, पड़ोसी आलिद हुसैन ने बताया की दोनों पक्षों से लिखित लेकर मामला सुलझाने की बात कहकर महिला थाना अध्यक्ष सुधा कुमारी द्वारा थाना में उपस्थित एक पुलिसकर्मी मनोज कुमार तिवारी नामक व्यक्ति को सौंपा। महिला थाना अध्यक्ष के जाने के बाद दोनों पक्ष से मामला सुलझाने की एवज में₹5000 की मांग की गई। पीड़ित पक्ष के आलिंद हुसैन ने ₹1000 होने की बात कही गई। इतनी कम राशि होने पर कथित पुलिसकर्मी ने कहा गया कि मैंम 5000 से कम राशि में नहीं मानती है। कहीं से व्यवस्था तो करनी पड़ेगी। तब जाकर मामला समाधान होगा। कोई रास्ता नहीं निकलने पर सुबह से दोपहर हो जाने पर पीड़ित पक्ष के आलिंद हुसैन ने शिकायत पुलिस अधीक्षक बेतिया डॉ शौर्य कुमार सुमन से किया। शिकायत के कुछ देर बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर महिला थानाध्यक्ष स्वयं उपस्थित होकर, त्वरित मामले का निष्पादन किया। सूत्रों की माने तो भयादोहन का यह कार्य महिला थाना में तेजी से फल फूल रहा है। थाना में आये फरियादियों कि मामले को उलझा कर भयादोहन करने का सिलसिला जारी रहता है। नाम नहीं छापने की शर्त पर महिला थाना के एक कर्मी ने बताया कि यह सारा कार्य महिला थानाध्यक्ष के इशारे पर की जाती है। अब यहां सवाल उठता है कि इस तरह के किए गए कार्य से महिला थानाध्यक्ष अपने को कैसे अलग कर सकती हैं। प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से उनकी संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि उपर्युक्त तथ्य हलक से नीचे नहीं उतर रहा है।
Post Views: 49