Mon. Sep 15th, 2025
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत 63,827.35 लाख रुपये की 5671 ग्राम पंचायत में 6659 खेल मैदान के निर्माण कार्य का रिमोट से शुभारंभ किया
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बेतिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को ‘संकल्प’ से ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत 5671 ग्राम पंचायतों में 6659 खेल मैदान के निर्माण कार्य का रिमोट कण्ट्रोल से शुभारंभ किया। ग्रामीण विकास विभाग ने मनरेगा योजना अंतर्गत राज्य के सभी 38 जिला के, 533 प्रखंड के 5671 ग्राम पंचायतों में प्रथम चरण में कुल 63,827.35 लाख रुपये की राशि खर्च कर 6659 खेल मैदानों के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है। खेल मैदान निर्माण कार्य में अनुमानित 41 लाख मानव दिवस कार्य का सृजन होगा, जिससे ग्रामीण मजदूरों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। पश्चिम चम्पारण जिला के 303 पंचायत में प्रथम चरण में 250 पंचायत का लक्ष्य निर्धारित है। जिसमें से खेल मैदान के निर्माण के लिए 250 पंचायतों को चिन्हित किया गया है। जिसकी जिला प्रशासन से कुल स्वीकृत राशि 2404.81 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त है। उपर्युक्त कार्यक्रम से जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहें। इस क्रम में विधान पार्षद भीष्म सहनी, उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, निदेशक डीआरडीए अरुण प्रकाश एवं ग्रामीण विकास विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि बिहार सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने एवं ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को खेलकूद के अवसर प्रदान करने के साथ खेल की आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करने को ग्रामीण विकास विभाग, मनरेगा योजना अंतर्गत ग्राम पंचायतों में खेल मैदान विकसित किये जा रहे हैं। खेल मैदान के विकास के परिणामस्वरुप ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में खेल के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और उत्साहवर्द्धन भी होगा। खेल मैदान विकसित होने से युवाओं के बीच खेल प्रतियोगिताओं और प्रतिस्पर्द्धाओं के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। खेल मैदान के विकास के क्रम में ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि की उपलब्धता के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में निम्न तीन प्रकार के खेल मैदान विकसित किये जा रहे हैं। पहले प्रकार के खेल मैदान बड़े क्षेत्रफल 04 एकड़ तक का है। बड़े खेल मैदान में गाँव के युवाओं को खेलने के लिए क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक, बैडमिंटन, ऊँची कूद, लम्बी कूद, कबड्डी और खो-खो खेलों की सुविधाएं  आवश्यकता अनुसार ग्रामीण युवाओं के लिए विकसित की जायेंगी। दूसरे प्रकार के खेल मैदान मध्यम आकार के क्षेत्रफल 01 से 1.5 एकड़ तक का है। मध्यम आकार के खेल मैदान में क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक, बैडमिंटन, ऊँची कूद और लम्बी कूद की सुविधाएं आवश्यकता अनुसार ग्रामीण युवाओं के लिए विकसित की जायेंगी। तीसरे प्रकार के खेल मैदान छोटे आकार के एक एकड़ से कम क्षेत्रफल के है। इसमें कुल चार प्रकार की खेल सुविधाओं बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रनिंग ट्रैक और बैडमिंटन को शामिल किया गया है।
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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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