न्यू खुर्सीपार के अग्रसेन में चल रहा था श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के तीसरे दिन श्रीधाम वृंदावन से पहुचे राधेश्याम शास्त्री ने जड़भरत चरित्र नरसिंह अवतार की कथा सुनाई। कथा की शुरुआत में उन्होंने शिव परिवार पर चर्चा की। कहा कि शिवजी के परिवार में समता है। शंकरजी का वाहन नंदी मां पार्वती का वाहन शेर। दोनो में बैर रहता है, लेकिन कैलाश में वे साथ रहते हैं। शंकरजी के गले में सर्प और गणेशजी के वाहन चूहा हैं लेकिन वे भी साथ रहते है। इसलिए कहा जाता हैं। जहां विषमता भी समता बन जाए वही तो शिव का परिवार है। जीवन में कभी किसी का बुरा मत सोचो। क्योकि बुरा सोचने वाले का हमेशा बुरा ही होता है। अपने से बडो का सम्मान करना, उनका आदर करना सिखांए।