सोमेश्वर यात्रा की कलश यात्रा से विधिवत शुभारंभ
आमजन के लिए मंगलवार से सोमेश्वर का मार्ग खोला जाएगा
चैत्र नवरात्र पर सोमेश्वर जाने की वर्ष में मिलती है प्रशासनिक अनुमति
बेतिया : चैत्र नवरात्र पर आयोजित होने वाली सोमेश्वर यात्रा निमित्त सोमवार को गोवर्धना से कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा गोवर्धना से निकलकर सोमेश्वर के लिए रवाना हुई। इसके साथ ही सोमेश्वर यात्रा का शुभारम्भ हुआ। इस कलश यात्रा में बड़ी संख्या में कुंवारी कन्याएं शामिल हुईं। वस्तुतः आमजन के लिए सोमेश्वर यात्रा का मार्ग मंगलवार से खोल दिया जाएगा। इस अवसर पर मनचंगवा पंचायत के मुखिया रमेश चौधरी, संजय मिश्रा, संजय पटवारी, शंकर सोनी, सुमन सिंह समेत अन्य कई गणमान्य लोग व सोमेश्वर सेवा समिति के सदस्य उपस्थित रहे। उधर चैत्र नवरात्र पर दस दिनों तक चलने वाले नवाह परायण यज्ञ का विधिवत शुरुआत गोवर्धना में किया गया। वर्ष में एक बार चैत्र नवरात्र पर आयोजित होने वाले इस यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह बताया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्र पर श्रद्धालुओं को सोमेश्वर पर जाने की प्रशासनिक अनुमति मिलती है। इस दौरान श्रद्धालु सोमेश्वर पर्वत पर स्थित मां कालिका के मंदिर के साथ सोमेश्वर महादेव के मंदिर में दर्शन व पूजा अर्चना करते हैं। चैत्र नवरात्र के अवसर पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु सोमेश्वर की यात्रा करते हैं। सोमेश्वर की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को रामनगर से निजी अथवा सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से उत्तर की तरफ करीब 20 किलोमीटर की दूरी तय कर गोवर्धना पहुंचना पड़ता है। गोबर्धना से आगे की यात्रा का मार्ग दुर्गम, दुरुह और पैदल पूरी करनी होती है, क्योंकि पहाड़ों के संकरे मार्ग से यात्रा का पैदल के अलावा कोई विकल्प नहीं है। गोवर्धना से सोमेश्वर पहाड़ी पर स्थित मां कालिका के मंदिर पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होती है।
इस यात्रा मार्ग नदी, झरना पार करने के साथ साथ पहाड़ों की कठिन चढ़ाइयों का सामना यात्रियों को करना पड़ता है। किंतु मार्ग में पड़ने वाले कलशाकार पर्वत, झीलें, संकरी गली समेत अन्य मनोरम स्थान श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। चम्पा अरण्य की आकर्षक, मनोरम, मनोहर, सुरम्य वादियों को देखने मात्र से यह दुर्गम मार्ग भी सुगम प्रतीत होने लगता है।