पश्चिम चम्पारण जिला के अनुमंडलीय शहर नरकटियागंज स्थित गोदावरी देवी रामचंद्र प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर में तीन दिवसीय आचार्य कार्यशाला के दूसरे दिन विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल कार्यशाला में पहुंचे, जिनका स्वागत प्रधानाचार्य वाणी कांत झा व आचार्यगण ने किया। श्री जायसवाल ने आचार्य व भगिनी को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत के भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी आप सबों के कंधों पर है। आप गुरुजन अपने कर्त्तव्य का निर्वहन गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान कर करते रहेंगे। प्रधानाचार्य वाणी कांत झा ने आचार्य और भगिनी को शिक्षण पर आधारित व्यवहारिक टिप्स दिया, जिससे विद्यालय के भैया-बहन उज्ज्वल भविष्य बना सकें। भारत सरकार की नई शिक्षा नीति धरातल पर उतरे। आचार्यों को वर्ग कक्ष में जाने से पहले पाठ योजना अवश्य तैयार कर अपने साथ ले जाना चाहिए। इस क्रम में प्रधानाचार्य वाणी कांत झा ने आचार्य और भगिनी को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्ग कक्ष में जाने से पूर्व कार्य योजना पूर्णतया तैयार रखें। विद्यार्थियों की मनोवृति को समझें और उसके अनुरुप स्वयं को प्रस्तुत कर उन्हें भारतीय परमवैभव की ओर अग्रसर करें। निर्बल पक्ष को सबल बनाने के दृष्टिगत आगामी कार्य योजना बनाई गई। आचार्य कार्यशाला के द्वितीय दिवस श्याम बिहारी सिंह, नितेश कुमार वर्मा, कलाधर पाठक, विनोद कुमार दुबे, प्रेमचंद्र मिश्र, रवींद्र दुबे, अभय तिवारी, मेघा खर्दवाल, विनीता कुमारी, सोनी कुमारी, नीता मेहता, स्मिता कुमारी, सविता कुमारी, अप्पी कुमारी, दिनेश प्रसाद कुशवाहा, पिंटू कुमार,सुरेंद्र प्रताप सिंह, अशोक कुमार शरण, मलय नीरव, नीतिन कुमार रवि, दिलीप कुमार दास, सुरेश यादव, दिनेश पंडित मुख्यतः शामिल हुए ।