Thu. Feb 6th, 2025
बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला के विभिन्न कार्यालयों विशेषकर अंचल कार्यालयों में अवैध रुप से गैर सरकारीकर्मी कार्यरत हैं। जिससे जन सामान्य परेशान हैं। यहां तक कि उन कर्मियों की करगुजारी से अंचल कार्यालय के राजस्व अभिलेख में छेड़छाड़ होते रहे हैं। ऐसा केवल एक राजस्व कार्यालय में नहीं बल्कि लगभग सभी कार्यालय गैर सरकारी कर्मियों से भरे पड़े हैं। कोई उनके विरुद्ध आवाज उठाने की हिमाकत नहीं करता। सूत्र बताते हैं कि गैर सरकारी कर्मियों को कार्यालय के पदाधिकारियों का कथित शह प्राप्त रहता है। कहते हैं कि जब पानी सिर के उपर से बहने लगता है तो कोई आवाज अवश्य मुखर होता है। कुछ ऐसा वाकया पश्चिम चम्पारण जिला के गौनाहा राजस्व अंचल कार्यालय के सम्बंध में दृष्टिगोचर हुआ है। गौनाहा अंचल में कार्यरत राजस्व कर्मचारियों के कथित अवैध अटॉर्नी एवं कंप्यूटर अटॉर्नियों को हटाने की मांग प्रखंड के एक दर्जन लोगों ने सीओ से किया है। उल्लेखनीय है कि गौनाहा अंचल कार्यालय में पटना उच्च न्यायालय न्यायादेश भी अंचल कार्यालय में धूल फांक रहे हैं। पटना उच्च न्यायालय ने मेघौली मुरली भरहवा नहर व सड़क अतिक्रमण मामला में अंचल कार्यालय उदासीनता बरत रहा है। जिससे न्यायालय से लोगों का विश्वास कम होने लगा है।
गौनाहा अंचल कार्यालय में व्याप्त अनियमितता के दृष्टिगत अटॉर्नी के विरुद्ध सीओ विवेक कुमार सिंह को आवेदन देने वालों में उदय जायसवाल, मदन मोहन श्रीवास्तव, मनीष कुमार, निर्मल कुमार शर्मा, मनु कुमार व राजेश कुमार मुख्य हैं। उन्होंने कहा है कि अवैध ढंग से लगभग एक दर्जन अटॉर्नी, कंप्यूटर अटॉर्नी राजस्व विभाग में कर्मचारियों व कंप्यूटर अटॉर्नी एक साथ काम कर जनता से अवैध उगाही करते हैं। जिससे लोगों का आर्थिक शोषण हो रहा है। विदित हो कि विगत पंचायत समिति की बैठक में सीओ से अंचल में अवैध ढंग से कार्य कर रहे अटॉर्नियों को हटाने की मांग की गई। सीओ विवेक कुमार सिंह का इस सम्बंध में कहना है कि अगर कोई व्यक्ति अंचल में राजस्व कर्मचारी व कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ अटॉर्नी का काम करते हुए पकड़ा जाते है, तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि आम जनता से अपील की जाती है कि राजस्व कर्मचारी व कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ अटॉर्नी का काम कर रहे व्यक्ति को साक्ष्य के साथ पकड़ा जाता है तो अवश्य कार्रवाई की जाएगी। अलबत्ता यह सिर्फ़ एक अंचल कार्यालय नहीं बल्कि जिला के अधिकांश कार्यालय त्रस्त हैं। गौनाहा से किसान सत्याग्रह प्रारम्भ हुआ था, अब राजस्व भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज मुखर हुआ है। अब देखना यह है कि जनप्रिय जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय इस मामला में किस प्रकार संज्ञान लेकर जिला के राजस्व अभिलेखों को कितना सुरक्षित रख पाते हैं।
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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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