APANI BAT
सुपौल। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सिमराही बाजार के तत्वावधान में ओम शांति केन्द्र पर बुधवार को भाई दूज के अवसर पर स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सेवा केंद्र प्रभारी राजयोगी ब्रह्माकुमारी बबीता ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि शांति , सदभावना, एकता और भाईचारा के लिए आध्यात्मिकता बहुत आवश्यक है। इसके माध्यम से हम विश्व बंधुत्व का समाजिक नवनिर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व के 2 दिन के बाद कार्तिक शुक्ल पक्ष के द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। जिस प्रकार दीप जलाने से अंधकार समाप्त हो जाता है। उसी प्रकार ज्ञान की यह सतरंगी आत्माओं के सातों गुणों अर्थात सुख, शांति, शक्ति ,आननंद, प्रेम, पवित्रता को अपनाने से हमारे जीवन का सब दु:ख दूर हो जाता है। डॉ बीरेन्द्र प्रसाद साह ने अपने उदबोधन में कहा कि समाज में जब विकृतियां पैदा होती है, तब स्वयं निराकार परमात्मा का अवतरण इस धरा पर होता है । उन्होंने बताया आध्यात्मिकता ही सद्गुणों का स्रोत है, जब तक जीवन में आध्यात्मिकता नहीं अपनाते हैं तब तक जीवन में मानवीय मूल्य नहीं आ सकता है। उन्होंने कहा परमात्मा शिव ने ज्ञान का कलश माता और बहनों को देखकर फिर से संसार में फैले हुए काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, आसुरी संस्कारों को संहार कर इस सृष्टि में देव मानव बनाने का कार्य परमात्मा माता बहनों से करा रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मा कुमार किशोर भाई ने किया। इस अवसर पर डॉ बीरेन्द्र प्रसाद साह, कृष्ण कुमार राय, डॉ शशि भूषण चौधरी, अतुल कुमार, सुमन पराग, अधिवक्ता रामचंद्र जायसवाल, प्रिय रंजन, इंद्रदेव चौधरी, सत्य नारायण भाई, ब्रह्मदेव भाई, वीणा बहन, पिंकी बहन, किशोर भाई, हरि भाई व सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।