जय नारायण प्रसाद की रिपोर्ट
बेतिया : कवनो नया डायलॉग होखे त अबकी बार, सुनाई ऐ विधायक जी, पुरनका से मन भर गइल बा। एगो वोट मांग तानी, रउआ से शीश नवाके, आपन फर्ज निभायम, राउर आशीर्वाद पाके। इस तरह से मार्मिक शब्दों के तीर चला कर गीत व संगीत के माध्यम से लाखों दिलों पर राज करने वाले लौरिया विधायक विनय बिहारी ने अपनी पत्नी व पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष चंचला बिहारी को मच्छरगावां नगर पंचायत से उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन करा दिया है। मिट्टी का घड़ा चुनाव चिन्ह के साथ चंचला बिहारी के साथ, विधायक विनय बिहारी बिहारी भाग्य अजमाने के लिए निकाय चुनाव की अग्नि परीक्षा में कूद पड़े हैं। अबकी बार नगर पंचायत निर्वाचन क्षेत्र के कुछ मतदाता नाम नहीं छापने की शर्त पर, दबी जुबान यह कहते परहेज नहीं कर रहे हैं कि चुनाव के इस माहौल में मतदाताओं की जुबान पर अन्य उम्मीदवारों के नाम और चर्चा हो रही है, परंतु उनका नाम लेने वाला कोई सामने नहीं आ रहा है।
प्रबुद्ध मतदाताओं का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि अबकी बार गाड़ी फंस ना जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि चुनाव अनिश्चितताओं का एक खेल है। हमारे संवाददाता का कहना है कि जन चर्चा में यह सामने आ रहा है कि माटी के लाल, राउर नेता, राउर बेटा, स्लोगन सुनते-सुनते मन भर गइल बा आउर दोसर कवनो, नया डायलॉग होखे त सुनाई ये विधायक जी। इ सब पुरान हो गइल, अब एकर जादू लोग पर ना चली। अबकी बार उहां के कवन तीर चलाएम कि भउजी के सीट निकल जाई। काहे कि भौजी के रथ के सारथी उहे के नू बानी, अब त भगवाने मालिक बाड़न। चुनाव के माहौल में शाम के समय युवा लोग के नुक्कड़ सभा के दौरान बतियावत रहले कि, 15 साल में सब परीक्षा उहां के पास कर लेहनी, बाकिर अबकी बार के परीक्षा पास कर ली तब नू, इ नगर निकाय चुनाव में उहा के अग्नि परीक्षा बा, जैसे कि अपन छाप पर उहां के अपना मैडम के चुनाव में उतरले बानी, अइसही गाड़ी फंस गइल त ऐकर आवाज लमहरा ले सुनाई दी। विधायकी वाला चुनाव में प्रश्नवाचक चिन्ह बन जाएम। जेतने मुंह, उतने बात होई। इ सब झेलत- झेलत उहां के झेलम नदी ना बन जाएम। विधान सभा चुनाव के समय जादे दूर नइखे,एक पख बीतला पर सब सामने आ जाइ।