Tue. Apr 16th, 2024
  •  
पत्नी व पति का साहचर्य से गृहस्थी बनता स्वर्ग सदृश्य : प्रवाचक 
बेतिया : महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती वर्ष में 14 अप्रैल 2023 शुक्रवार को दलित बस्ती के नजदीक, आर्यवीर पुस्तकालय एवं शहीद स्तंभ के मध्य स्थित आर्यवीर दल स्थल पोखरा चौक पर गायत्री महायज्ञ का आयोजित किया गया।
जिसमें पटना के वैदिक भजनोपदेशक श्यामनंदन शास्त्री ने महायज्ञ के द्वितीय दिवस प्रवचन करते हुए, विचार प्रवाह में बताया कि सभी आश्रम में श्रेष्ठ गृहस्थ आश्रम है। पत्नी और पति गृहस्थ आश्रम के आधार है। उनका साहचर्य व प्रेम से घर स्वर्ग सदृश बनता है। भजनोपदेशक सुधीर आर्य ने देवमहायज्ञ पर प्रकाश डाला, उन्होंने भजनोपदेश से लोगों का मंत्रमुग्ध कर दिया। इस क्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ख्यातिलब्ध नेपाली वैदिक प्रवाचक ज्ञानचंद्र आर्य भजनोपदेशक एवं भतुअहवा मठ के  संन्यासी स्वामी वेद भारती, रक्सौल के गुलशन आर्य जैसे विद्वान अपने व्याखान से नरकटियागंज के सम्मानित जनों को वेदों की ओर लौटो का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण विश्व वेद को उत्कृष्ट मानव जीवन पद्धति बताया। इसे अपनाकर पाखंड मुक्त, एकेश्वरवाद, निराकार, सुव्यवस्थित, शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत किया जा सकता है।  इस कार्यक्रम में रामेश्वर प्रसाद आर्य, राजेश कुमार आर्य, पुजारी प्रसाद, महादेव प्रसाद आर्य, कमलेश पासवान, सुमन कुमार आर्य,शत्रुध्न सिंह आर्य,अमरेश कुमार आर्य, आर्यवीर के युवा कुणाल कुमार आर्य, डॉ. रवि सिंह, विवेक आर्य, दीपेंद्र आर्य, देवप्रकाश आर्य व अन्य धर्मी नर-नारी शामिल हुए ।
Spread the love

By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

Leave a Reply