Mon. Jan 13th, 2025

शरद केलकर की फिल्म हर हर महादेव सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. एक बार फिर शरद ने अपनी एक्टिंग से फैंस का दिल जीत लिया है.

भैंसे पर आया है मुझे लेने. यमराज से कह दो कि अभी मेरे पास मरने की फुर्सत नहीं है क्योंकि अभी मेरा राजा सुरक्षित नहीं पहुंचा है.’ ये डायलॉग फिल्म हर हर महादेव में बाजी प्रभु देशपांडे बने शरद केलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए बोलते हैं और ये एक डायलॉग बताता है कि बाजी प्रभु छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए मौत तक से भिड़ गए थे. हर महादेव कहने को तो एक पैन इंडिया फिल्म है लेकिन इस फिल्म के शोज इतने कम हैं कि ढूंढे से नहीं मिलते और यही वजह से है कि ये रिव्यू थोड़ा देरी से आया, लेकिन अच्छी फिल्मों के बारे में कई बार हमें देर से पता चलता है और वो फिल्में फिर कमाल दिखाती है. हाल में आई कांतारा और कार्तेकय 2 ऐसी ही फिल्में रही और अब ऐसी ही एक फिल्म है हर हर महादेव.ये कहानी है छत्रपति शिवाजी महाराज के योद्धा बाजी प्रभु देशपांडे की. जो छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए अपने सिर्फ 300 सैनिकों के साथ 15 हजार दुश्मनों से भिड़ गए और जीते लेकिन इस कहानी में एक योद्धा के पराक्रम के साथ साथ उनसी भावनाओं को भी दिखाया गया है. ‘एक सीन में छत्रपति शिवाजी महाराज कहते हैं कि शिवाजी होना आसान नहीं है. मैं भी इंसान हूं’. बाजी प्रभु देशपांडे भी यहां एक योद्धा और पिता के बीच की जंग लड़ते दिखते हैं लेकिन इसमें कौन जीतता है.यही इस फिल्म में दिखाया गया है.

बाजी प्रभु देशपांडे के किरदार में शरद केलकर कमाल के लगे हैं. उनकी स्क्रीन प्रेजेंस इतनी भव्य लगती है कि आपको कुछ और दिखाई ही नहीं देता. उनकी आंखों में जो अंगारे दिखते हैं और जिस तरह से उन्होंने फाइट सीन्स किए हैं. देखकर लगता है कि ये किरदार सिर्फ वही निभा सकते थे. छत्रपति शिवाजी महाराज के किरदार में सुबोध भावे ने अच्छा काम किया. बाकी के कलाकारों ने भी अच्छी एक्टिंग की है.  फिल्म में कोई बहुत ग्रैंड सेट नहीं दिखाए गए. संजय लीला भंसाली की फिल्मों की तरह ये कोई महंगे बजट वाली फिल्म नहीं है लेकिन तब भी ये फिल्म आपके दिल को छूती है. आप एक योद्धा के पराक्रम के साथ साथ उनकी भावनाओं को भी महसूस करते हैं. फिल्म के डायलॉग कमाल के हैं. ‘जैसे एक डायलॉग है कि ये दुनिया भले समझदारों ने बनाई है लेकिन इसे बचाने वाले पागल ही होते हैं और आज दुश्मनों का सामना ऐसे ही पागल मराठाओं से है’ ऐसे सीन रौंगटे खड़े कर देते हैं. एक सीन में बाजीप्रभु के 300 योद्धा एक तरफ और 15000 दुश्मन एक तरफ दिखाए गए हैं और वो सीन भी आपको हैरान कर जाता है. ऐसी फिल्मों को अपने इतिहास को समझने के लिए जरूर देखना जाना चाहिए…और जब फिल्म अच्छी बनी हो तो फिर तो उसे देखना बनता है तो बेझिझक परिवार के साथ देखिए हर हर महादेव.

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