बच्चों की याद आ रही है?… भास्कर रिपोर्टर के सवाल पर महिला फफक कर रो पड़ी… ये आंसू उसी निर्दयी मां के हैं, जिसने 23 सितंबर को जुड़वा बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। 5 दिन तक पुलिस को गुमराह करने वाली इस महिला को अब कस्टडी में बच्चों का मारने का पछतावा हो रहा है।
दैनिक भास्कर की टीम बुधवार को थाने पहुंची और उससे बात करने की कोशिश की। जैसे ही उससे बच्चों के बारे में पूछा- वह सिर हिलाते हुए रोने लगी। उसे रोता देख रिपोर्टर आगे उससे सवाल नहीं कर पाया। अब पढ़ें, अपने ही बेटों की हत्या और पुलिस को गुमराह करने वाली महिला की कहानी…टीटी नगर थाने के टीआई चैन सिंह रघुवंशी की जुबानी। ति को हवालात में देख बोली- चलो बच्चों को दिखाती हूं…
टीटी नगर थाने के टीआई चैन सिंह रघुवंशी ने बताया- 23 सितंबर की सुबह के 7 बज रहे होंगे। मैं सोकर उठा था। मोबाइल बजता है। उठाते ही उधर से थर्राई हुई आवाज आती है। सर, मेरे जुड़वा बच्चे रंगमहल चौराहे के पास से चोरी हो गए हैं। इतना कहते ही वह फफक पड़ा… फिर बोला- साहब बच्चों को ढुंढवा दो..। यह सुनकर मैं दंग रह गया। बस उससे इतना ही कह पाया- चिंता मत करो, बच्चे मिले जाएंगे। मैंने ड्रेस पहनी और सीधे थाने पहुंचा। यहां बच्चों के माता-पिता बैठे हुए थे। मुझे देखते ही पास आए और बोले- मेरा नाम बृजमोहन धाकड़ (28) है। महिला ने अपना नाम सपना (27) बताया। उन्होंने कहा- हमारे ही बच्चे चोरी हुए हैं। महिला मुझसे बोली- रंगमहल चौराहे के पास मैं बच्चों को लिटाकर बाथरूम गई थी।