शिल्पों की नगरी कहे जाने वाले कोंडागाव मे शिल्पो को एक नई पहचान दिलाने के उदेश्य से उड़ान कंपनी द्वारा महिला स्व सहायता समूहों को आदिम जनजातीय परंपरा के अनुरुप उन्हें नवीन कलाओं के साथ मिश्रित कर श्रीगार ट्राइबल ज्वेलरी के नाम से विक्रय किया जा रहा है। ये अपने आप मे ही आदिम कला के विकास को दर्शाने वाली चित्र को प्रदर्शित करते हैं। इसके लिए जिले के 40 शिल्पियों को 48 दिनों का बेल मेटल और लौह शिल्प का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके विभिन्ना ड़िजाइनों के कैटलाँग का विमोचन सांसद राहुल गांधी द्वारा अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ किया था। रायपुर मे लगे पांच दिवसीय राज्य स्तरीय मेले मे अलग ही उत्साह देखा गया। अब तक 1.50 लाख के ऐसे आभूषणों को भारत के अन्य राज्यो के साथ साथ दुबई मे बेचा गया हैं।