पटना: बिहार के समस्तीपुर जिला के रोसड़ा नगर निकाय के दलित सफाईकर्मी रामसेवक राम की मौत विगत दिनों हो गई। रोसड़ा पुलिस की अभिरक्षा में पुलिस की पिटाई से अस्पताल में चिकित्सारत रामसेवक राम की चिकित्सा के क्रम में अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा में मौत हुई। पुलिस की पिटाई से अस्पताल में रामसेवक राम ने दम तोड़ दिया। इस बावत बताया गया है और लंबित वेतन को लेकर कार्यपालक अधिकारी जयचंद अकेला से रामसेवक राम की बहस उपरांत, कार्यपालक पदाधिकारी के ईशारा पर, पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। बिहार के माले विधायकों ने विधानसभा में रामसेवक की मौत का मामला की आवाज़ उठाया। इस संबंध में समस्तीपुर जिला के रोसड़ा थाना में अनु. जाति/अनु. जनजाति अधिनियम अंतर्गत प्राथमिकी तो दर्ज कर लिया गया है। मृतक के आश्रितों का आरोप है कि मामला में शैथिल्यता और लापरवाही बरती जा रही है। मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संज्ञान में आया, तो उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि रामसेवक राम की मृत्यु मामले में शीघ्र कार्रवाई की जाए। अलबत्ता सीएम के निर्देश के बावजूद लापरवाही बरती गई। उसके बाद भी अनिलहालात जैसे का तैसा रहा। तत्पश्चात वरीय पुलिस पदाधिकारी एडीजी कमजोर वर्ग(सीआईडी) अनील किशोर याडव ने उदासीनता मामला में एसडीओ, एसएचओ, पूर्व एसएचओ, अवर निरीक्षक और सहायक अवर निरीक्षक पर (ADG) कमजोर वर्ग (CID) अनील किशोर यादव ने कार्रवाई का निर्देश दिया है।