जमीन फ्लैट मकान खरीदना पहले के अपेक्षा में अभी महंगा हो गया हैं शासन ने उपकर शुल्क में एकबार सात प्रतिशत का वृद्धि कर दिया हैं पहले स्टांप शुल्क पर पांच प्रतिशत उपकर लिया जाता था। अब बारा प्रतिशत देना पड़ रहा है।
इसका असर पंजीयन कार्यालय में साफ देखा जा रहा। पहले वित्तीय साल के लास्ट महिना मार्च में पंजीयन कराने वालों का लाईन लगा रहता था। देर रात बारा बजे से एक बजे तक पंजीयन होता था। कार्यालय के बाहर भी भीड़ लगे रहता था लोगो के सुविधा के लिए ताइनात तक लगाना पड़ता था पूरा महीना भर यह व्यवस्था रहता था। एक दिन औसतन सौ पंजीयन होता था और मकान जमीन फ्लैट तीनों पर अनिवार्य कर दिया गया हैं पहले फ्लैट दुकान आदि खरीदने में मकान के साथ जुड़ी खाली जगह जैसे गार्ड़न आंगन में भी लगता था। अब हर प्रकार की जमीन पर खरीदी बिक्री में यह शुल्क देना होगा।