सौरभ हत्या काण्ड का मुख्य आरोपी सुधीर पाण्डेय बेतिया बस पड़ाव से गिरफ्तार, अपराध स्वीकार किया
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बेतिया : बेतिया पुलिस अंतर्गत नरकटियागंज हरदिया निवासी सौरभ तिवारी हत्याकाण्ड में पुलिस ने बताया है कि मुख्य आरोपी सुधीर पाण्डेय को बेतिया बस पड़ाव से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को पूछताछ के क्रम में हत्या काण्ड में संलिप्तता स्वीकार कर लिया है। पुलिस के अनुसार सुधीर ने घटना का पूर्ण विवरण पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किया। शिकारपुर थानाध्यक्ष ज्वाला कुमार सिंह के हवाले से बताया गया है कि सौरभ तिवारी की हत्या पूर्व नियोजित नहीं, बल्कि आपसी विवाद के कारण हुई। सुधीर ने पुलिस को बताया है कि 18 सितंबर 2025 की रात शराब पार्टी के क्रम में सौरभ और सुधीर के बीच आपसी झगड़ा में दोनों एक-दूसरे की पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने लगे। इसी क्रम में आक्रोशित सुधीर ने सौरभ पर चाकू से कई वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
घटना के समय छोटू दूबे भी वहां उपस्थित बताया गया, उसने मृतक का पैर पकड़ रखा था। हत्या के बाद दोनों ने शव को लौकरिया गांव के सरेह स्थित खेत में फेंक दिया और फरार हो गए। सुधीर ने यह भी बताया कि अमन सोनी और भरत राम भी पार्टी में शामिल रहे किन्तु बीच में ही चले गए। शिकारपुर थानाध्यक्ष के अनुसार, सुधीर पाण्डेय आदतन अपराधी है। उसके विरुद्ध दो हत्या, एक रंगदारी और एक आर्म्स एक्ट का काण्ड अंकित है। वह पहले भी लौरिया थाना क्षेत्र में हत्या के एक मामला में न्यायिक हिरासत में कारागार जा चुका है। मृतक सौरभ के शरीर से बरामद सफेद गमछा भी सुधीर का निकला है। ध्यान देने योग्य है कि सौरभ तिवारी की हत्या 18 सितंबर 2025 की रात की गई और उनका शव 19 सितंबर 2025 की सुबह लौकरिया गांव के सरेह में मिला। मृतक के भाई शिबू तिवारी के बयान पर शिकारपुर थाना में काण्ड अंकित किया गया। जिसमें छोटू दूबे, ओमकार दूबे, भरत राम और अमन सोनी समेत छव लोगों को नामजद किया गया। पुलिस ने पहले ही अमन सोनी और भरत राम को न्यायलय को सौंप दिया, जबकि छोटू दूबे ने 23 सितंबर 2025 को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। मुख्य आरोपी सुधीर पाण्डेय को गिरफ्तार कर न्यायालय को सौंप दिया गया है।