कृषि अनुसंधान परिसर, पटना में “स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025” का शुभारम्भ
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पटना: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 17 सितम्बर 2025 को स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025 का शुभारंभ बड़े उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ हुआ।संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास ने पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ. अनुप दास ने कहा कि स्वच्छता केवल आदत नहीं, बल्कि सामाजिक आंदोलन है। इसका संबंध स्वास्थ्य, गरिमा और प्रगति से है। स्वच्छ वातावरण रोग घटाता है, उत्पादकता बढ़ाता है और गर्व की भावना जगाता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता घर, कार्यस्थल और समाज सभी की साझा जिम्मेदारी है। प्रत्येक व्यक्ति के छोटे प्रयास मिलकर बड़े परिणाम देते हैं और स्वच्छ समाज ही स्वस्थ एवं समृद्ध राष्ट्र की नींव रखता है।
उन्होंने सभी कर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि ‘स्वच्छ भारत’ का दृष्टिकोण केवल एक सरकारी पहल भर नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारा नैतिक दायित्व है। उन्होंने सभी कर्मियों से आह्वान किया कि इस अभियान की भावना को संस्थान से बाहर ले जाकर गाँवों, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों तक पहुँचाएँ, ताकि स्वच्छता का संदेश समाज के हर कोने तक पहुँचे। निदेशक ने यह भी बताया कि यह अभियान 2 अक्टूबर 2025 को ‘स्वच्छ भारत दिवस’ के रूप में संपन्न होगा, जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती का दिन भी है। स्वच्छ भारत का उनका सपना आज भी राष्ट्र को प्रेरित कर रहा है। इस वर्ष कार्यक्रम “स्वच्छोत्सव” थीम के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जो स्वच्छता को सामूहिक जिम्मेदारी और गर्व के उत्सव के रूप में दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में डॉ. एम. एल. जाट, माननीय सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक, आई.सी.ए.आर. ने भी वर्चुअल रूप से कार्यक्रम में सहभागिता की तथा ऑनलाइन स्वच्छता शपथ दिलाई। अपने संदेश में उन्होंने आई.सी.ए.आर. परिवार के सभी सदस्यों से आह्वान किया कि वे स्वच्छता को जीवन का अंग बनाएं। विदित हो कि “स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025 के अंतर्गत संस्थान मुख्यालय पटना एवं अधीनस्थ केन्द्रों द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।