पटना : अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के राष्ट्रीय,(भारत) सचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी पीठाधीश्वर स्वामी श्यामानंदजी महाराज ने कहा है कि नेपाल की सांस्कृतिक विरासत हिंदू राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि वर्तमान संसदीय व्यवस्था में परिवर्तन कर नेपाल में नये संविधान का निर्माण होना चाहिए। संवैधानिक रूप से नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने से नेपाल का चतुर्दिक विकास और उत्थान संभव है। स्वामीजी ने कहा कि हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने को अभी नेपाल में सुनहरा अवसर है। पीठाधीश्वर श्रीश्यामानंद ने कहा कि नेपाल में सरकार गठन के बाद प्रधानमंत्री के रूप में चयनित व्यक्ति को एक हिंदू राष्ट्र के प्रधान के रूप में शपथ लेना चाहिए। स्वामीजी का कहना था कि हिंदू और हिंदुत्व नेपाल की मूल धरोहर है। आक्रांताओं और वामपंथियों ने इस धरोहर को ही नष्ट कर दिया। यही कारण है कि नेपाल आज अशांति और अराजकता की आग में धू-धू कर जल गया। नेपाल के युवा भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह नेपाल में प्रधानमंत्री बनाने की मांग को लेकर उत्सुक और उत्साही है। स्वामी श्यामानंदजी ने नेपाल की सेना से आंदोलन में शामिल युवकों और छात्रों को प्रताड़ित नहीं करने और उन पर सभी मुकदमा वापस लेने की मांग की है।