Fri. Sep 12th, 2025
‘डीएसपी’ की दलालों और भू-माफियाओं से साँठ-गाँठ, डीआईजी ने कार्रवाई को पुलिस मुख्यालय को लिखा, नौकरी पर खतरा….?
डीआईजी हरिकिशोर राय की कार्रवाई से भू-माफिया ही नहीं पुलिस पदाधिकारी भी सकते में हैं

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बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया स्थित चम्पारण रेंज के डीआईजी हरिकिशोर राय ने भू-माफिया व भ्रष्टाचार के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए, रक्सौल के डीएसपी धीरेंद्र कुमार के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई का प्रतिवेदन पुलिस मुख्यालय को भेज दिया है। डीआईजी की जांच में डीएसपी की बिचौलियों और भू-माफियाओं से साँठ गाँठ, बिना स्थल निरीक्षण किये काण्ड का पर्यवेक्षण और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की सच्चाई उजागर हुई है। उपर्युक्त कार्रवाई रक्सौल के एक कपड़ा व्यवसायी टुन्नू प्रसाद की शिकायत पर डीआईजी ने किया है। जिसमें उन्होंने डीएसपी और रक्सौल एसएचओ पर गंभीर आरोप लगाया। व्यवसायी ने आरोप लगाया कि एसएचओ ने उनसे 1.80 लाख रुपये का कपड़ा उधार लिया और भुगतान न करने पर झूठे अपहरण के केस में फंसा दिया। उपर्युक्त मामला में व्यवसाई ने शिकायत डीआईजी से किया। चम्पारण प्रक्षेत्र के डीआईजी ने उपर्युक्त मामला में कड़ी कार्रवाई किया। जिससे रक्सौल ही नहीं पूरे पुलिस विभाग में अफरा तफरी का वातावरण है।

जाँच में क्या हुआ उजागर

चम्पारण प्रक्षेत्र के डीआईजी ने स्वयं की जाँच में स्वयं कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। जाँच के क्रम में पाया गया कि डीएसपी के सम्पर्क में रहने वाले दो कथित बिचौलियों का मोबाइल लोकेशन निरंतर डीएसपी कार्यालय के आसपास पाया गया। हालाकि रुपयों के लेनदेन का प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं मिला, लेकिन डीएसपी की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। इसके अतिरिक्त यह भी सामने आया कि डीएसपी गंभीर आपराधिक मामलों में बिना घटनास्थल का निरीक्षण किए ही काण्ड का पर्यवेक्षण भी करते रहे। डीएसपी कार्यालय में कार्यरत सिपाही नीरज कुमार की भूमिका भी संदेहास्पद पाई गई है, जिस पर कार्रवाई के निर्देश मोतिहारी एसपी को दिया गया है। डीएसपी के मोतिहारी में भूमि खरीद की जांच की जा रही है। उपर्युक्त मामला में डीआईजी की अब तक बड़ी कार्रवाई है। आरोप सिद्ध होते ही रक्सौल एसएचओ और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया। डीएसपी के नजदीकी एक कथित बिचौलिया को गिरफ्तार कर न्यायालय को सौंप दिया गया है। डीएसपी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई का प्रतिवेदन डीआइजी ने पुलिस मुख्यालय बिहार को भेज दिया है। डीएसपी कार्यालय के सिपाही पर जांच और कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। हमारे सूत्रों का कहना है कि रक्सौल डीएसपी के एक दो नहीं कई बिचौलिए हैं, लोगो ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर यह भी बताया है कि जब से वे आए,  उनके सबसे नजदीकी लोग जो अपने को कार्यालय का स्टॉफ समझने लगे थे। बिचौलियों के प्रतीकात्मक नाम रामाशीष, विजय, प्रभु एवं अन्य बताए जा रहे हैं, जो डीएसपी के क्षेत्र में हुए घटना का पर्यवेक्षण में नाम निकलवाने-जुड़वाने के लिए मोटी राशि उगाही करते बताए गए हैं। प्रबुद्धजनों ने हमारे सूत्रों को बताया कि उनके मोबाइल नम्बर और सीसीटीवी फुटेज की जांच किये जाएं तो सब स्पष्ट हो जाएगा। सूत्रों ने यह भी बताया कि केवल डीएसपी के नाम का धौंस दिखाकर डीएसपी का नजदीकी यादवजी नामक व्यक्ति कई भूमि पर कब्जा किया हुआ है। हालांकि यह मामला भी जांच का विषय है।

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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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