
apnibaat.org /अनमोल कुमार
पटना: भारत सरकार लघु सुक्ष्म उद्यम मंत्रालय एवं नारियल विकास बोर्ड के सहयोग से खुसरुपुर में पच्चीस महिलाओं को नारीयल से मूर्ति, पेन स्टैंड, दीप स्टैंड, झूमर समेत दर्जनों उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया। सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर उपस्थित प्रेम यूथ फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेमजी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 के विकसित भारत के सपना को साकार करने के लिए हर हाथ को काम मिले और सभी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना होगा। कौशल विकास आज के समय की मांग है। नारीयल से बना वस्तु पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी अति उपयोगी है तथा यह कबाड़ से जुगाड़ है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि उद्यमियों के लिए मुद्रा लोन, स्टार्टप, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम समेत दर्जनों योजनाओं में राशि उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में कोई भी उद्यमी पांच लाख से लेकर पच्चीस लाख तक कि राशि प्राप्त कर सकता है। इसमे 25 से 35 प्रतिशत तक अनुदान की व्यवस्था है। बैंकर्स युवा उद्यमियों को ऋण देने में उदारता दिखाये। इस अवसर पर पर अंकेश कुमार, प्रशिक्षक राजेश कुमार, सपना कुमारी, प्रीति कुमारी, संजू कुमारी, बेबी कुमारी, अजीत तिवारी, सुनील कुमार, ऋतिक राज वर्मा, अशोक दास, अजय राज उपस्थित रहे।