पदाधिकारियों के अहंकार की शिकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 

पटना: बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन ने 27 मार्च 2025 को पटना में धरना दिया। यूनियन ने फेस रिकॉग्नाइजेशन सिस्टम से लाभुको में टीएचआर बांटने का तुगलकी फरमान जारी करने का विरोध किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार लाभुको के खाता में डीबीटी के माध्यम से राशि भेजे अन्यथा प्रक्रिया में सुधार और उत्तम प्रशिक्षण व संसाधन उपलब्ध कराने के उपरांत एफ आर एस लागू करे। इतना ही नहीं एफ आर एस सिस्टम से सभी कार्यालय और योजना को आच्छादित करे कल्याण योजना की सबसे कमजोर कड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को परेशान और प्रताड़ित करने का कार्य सर्वाधिक किया जाता है। आंदोलन में पटना पहुंची कार्यकर्ताओं ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका सरकार, कार्यालय और लाभुक की मनमानी की शिकार है। एफआरएस कहीं से सही नहीं है, जो सिस्टम के अंतर्गत कार्य करना है, वह सिस्टम किसी भी लाभुक के पास नहीं है। लाभुक के कोई परिजन कभी आते जाते रहते हैं, लाभुक का आधार कार्ड से मोबाइल जुड़ा नहीं है। सभी के बैंक खाता भी मोबाइल से नहीं जुड़ा है। जिससे न ओटीपी गिरेगा ना फोटो खींच पाएगा। पश्चिम चम्पारण जिला से कार्यक्रम में पहुंची जिला महासचिव सुमन वर्मा के अनुसार कार्यक्रम शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विधि से सम्पन्न हुआ। धरना प्रदर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री के उपसचिव राजीव रंजन सिन्हा को मांगपत्र समर्पित किया गया। उपर्युक्त जानकारी अजय वर्मा, जिला संगठन प्रभारी, पश्चिम चम्पारण ने दी।
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