विवेकशील व्यक्ति अपना समय संपति और शक्ति सूझबूझ से शुभ कार्यो मे सफल करता है। सरकार भी आज जो देती हैं कि अनावश्यक भिक्षावृत्ति का बढ़ावा न दिया जाए। अपराधिक तत्वो द्वारा बलपूर्वक बच्चो या कमजोर लोगो द्वारा भिक्षावृत्ति कराना सक्षम होते हुए भी कुछ न करने की प्रवृति के कारण निम्न बु़िद्ध वाले
लोगो द्वारा अपने ही बच्चो को भिक्षावृत्ति में लगा देने की प्रवृत्तियां आज समाज में बहुत बढ़ चुकी है। अच्छी भावना रखने के बाद भी बिना सोचे समझे किया गया दान कई बार पुण्य की जगह बुराई के खाते में ही चला जाता है।
हालांकि कई समाजसेवी संगठन ऐसे पिछडे और बेसहारा लोगो की शिक्षित करने उन्हे भोजन और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने जैसी सेवाएं भी कर रहे हैं जिससे स्थितियो तके काफी सुधार भी हो रहा है। बुद्धिजीवी वर्ग के ऐसे प्रयास सराहनीय है।