भक्ति मार्ग के यादगार शास्त्रो में भगवान के 24 अवतारो में से एक वामन अवतार दिखाया गया हैं वामन का अर्थ होता है। छोटा। इस अवतार में दिखाया गया है। कि भगवान राजा बलि से तीन पैर पृथ्वी का दान लेने के लिए अवतरित हुए हैं, चूंकि भगवान का आगमन लेने के लिए हुए हैं इसलिए उनके इस स्वरुप को छोटा दिखाया गया है। जब हम किसी से कुछ लेते है। तो छोटे हो जाते हैं और जब हम कुछ देते हैं तो बडे हो जाते है। यादगार शास्त्रों की यह कथा हमे संदेश देती है कि अगर हम बड़ा होना चाहते हैं तो किसी से कुछ ले नही बल्कि देने वाले बने।
दाता एक लेने वाले अनेक
भगवान के अनेक नाम हैं, कोई उन्हे दाता कहता, कोई वरदाता कहता है, कोई विद्याता कहता है। वे दानी है, भंड़ारे भरपूर करने वाले है। एक के बदले दुगुना देने वाले है। उनके लिए ही कहा जाता है कि लेने वाला लेता लेता थक जाए लेकिन देने वाले के भंडारे कभी खाली नही होते और यह भी कहा जाता है। कि दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया है।