Fri. Sep 12th, 2025
मोबाइल एप का उपयोग कर, भू-सत्यापन और टैगिंग का हैंड्स-ऑन का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
apnibaat.org
बेतिया : सर्वोच न्यायालय के आदेशानुसार पुरे देश मे अवस्थित  आर्द्रभूमियों के भू-सत्यापन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। जीआईएस सर्वे मोबाइल एप एक एप्लिकेशन है। जिसे सर्वेक्षणकर्ताओं के लिए अधिक कुशल स्थलाकृति मापन करना आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जीआईएस सर्वे मोबाइल का उद्देश्य भूमध्य रेखा जीएनएसएस उत्पाद (अनुशंसा) से जियोडेटिक जीएनएसएस समन्वय डेटा प्राप्त करना है, लेकिन यदि आपके पास भूमध्य रेखा जीएनएसएस इकाई नहीं है, तो आप इसे स्मार्टफ़ोन आंतरिक जीपीएस एकीकरण से भी उपयोग कर सकते हैं, लेकिन सटीकता उतनी नहीं है, भूमध्य रेखा जिओडेटिक जीएनएसएस का उपयोग करने के लिए अच्छा है। इस परिप्रेक्ष्य में बिहार राज्य में 4500 से अधिक आर्द्रभूमियों (2.5 हेक्टेयर से बड़े क्षेत्र) के भू-सत्यापन का कार्य इस प्रक्रिया अंतर्गत किया जाना है। आर्द्रभूमियों के भू-सत्यापन/ग्राउंड ट्रुथिंग किया जाना है। उपर्युक्त प्रशिक्षण केन्द्रीय वनागार बेलबाग बेतिया (डिपो) में विकसित मोबाईल एप एआरसी जीआईएस सर्वे 123 पर एक दिवसीय प्रशिक्षण मंगलवार को सम्पन्न हुआ। उपर्युक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीआईएस विश्लेषक डॉ.जय कुमार ने वनपालों वनरक्षियों एवं टी.टी.पी.पी. को प्रशिक्षण दिया। उपर्युक्त प्रशिक्षण में बेतिया वन प्रमण्डल बेतिया, वाल्मीकि व्याघ्र आरक्ष्य, प्रमण्डल-01 बेतिया एवं वाल्मीकि व्याघ्र आरक्ष, प्रमण्डल-02 बेतिया के वनपालों, वनरक्षियों एवं टी.टी.पी.पी.शामिल हुए। इस कार्यक्रम में वन प्रमण्डल पदाधिकारी अतीश कुमार उपस्थित रहे। उपर्युक्त प्रशिक्षण के उपरांत सभी वनकर्मियों को सागर पोखरा स्थित जलाशय मे एआरसी जीआईएस सर्वे 123 मोबाईल एप पर भूसत्यापन एवं टैगिग करने का हैंड्स-ऑन का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। उपर्युक्त प्रशिक्षण एस.चन्द्रशेखर सदस्य सचिव, बिहार राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकारण बिहार, पटना के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
Spread the love

By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

Leave a Reply