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धर्म पंथों के मतभेद भुला कर सनातनी झंडे के नीचे आयें मठ मंदिरों के मठाधीश : स्वामी श्यामानंदजी महाराज

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बिलासपुर(छत्तीसगढ़) : छत्तीसगढ़ प्रांत के बिलासपुर में आयोजित संत समागम में संतों ने एक स्वर में नेपाल और भारत में भगवाध्वज लहराने और भगवामय करने की घोषणा किया है। अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच आयोजित संत समागम में मंच के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेश आनंद ब्रह्मगिरि महाराज ने कहा कि 2026 में नेपाल में हिंदू राष्ट्र की स्थापना हो जाएगी और पूरा नेपाल में भगवा ध्वज लहराएगा। स्वामी स्वदेश आनंद ने कहा कि 2027 तक भारत को हिंदू राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि संतो को धार्मिक यात्राएं के लिए पेंशन का भुगतान किया जाए और उन्हें फ्री पास दिया जाए। अंतर्राष्ट्रीय संत महाद्वीप मंच के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानंद ने कहा संपूर्ण देश में राष्ट्रीय धार्मिक न्यास आयोग का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय संसद बहुत जल्द “संत संसद “का रूप लेगा। अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के राष्ट्रीय महामंत्री और पीठाधीश्वर स्वामी श्यामानंदजी महाराज ने समागम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सनातन की सशक्ता-रक्षा के लिए देश के संतो और बौद्धिक जनों को एक बार दिल्ली की सड़कों को भगवा ध्वज से पाटना होगा। स्वामी श्यामानंद ने कहा कि देश के बड़े-बड़े मठ मंदिरों में बैठे महंत धर्म गुरु और शंकराचार्य को भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने और सनातन धर्म की सशक्तता के लिए अलग-अलग धार्मिक पंथ के मतभेद को भूलाकर सनातनी झंडा के नीचे एक होने की आवश्यकता है।
इस समागम में बौद्धिक मंच के राष्ट्रीय सचिव एम एन गोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किया।
इस समागम में संत बौद्धिक मंच के राष्ट्रीय महामंत्री जयनंदजी महाराज, आदिशक्ति सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनामिका दुबे, देवीलाल साहू प्रदेश उपाध्यक्ष, सतीश साहू जिला सचिव बिलासपुर, कुमार पांडे रतनपुर, मां साध्वी पद्मिनी पुरी, संजय साहू महामंत्री, महाबली सेना, वासुदेव दास निकले, सुश्रुतानंद महाराज, अखिलेश्वरी पुरी महाराज दिल्ली, अखंड आनंद महाराज, ब्रह्म आलोक आनंद बाबाजी उड़ीसा, महंथ स्वामी रूद्र देवानंद पुरीजी महाराज दिल्ली, सर्वश्री नागा बाबा राजेश्वर गिरी, भारती महाराज जबलपुर, घनश्यामपुरी उड़ीसा, सोनपुरी बाबा दलहा पहाड़ विपिन महाराज उड़ीसा शामिल रहे। इस संत समागम में छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त बिहार, बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, असम, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, केरल, आंध्र प्रदेश के साधु संतों और बौद्धिक जनों नई भाग लिया।

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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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