पटना में झील का नजारा, विधान सभा और उप मुख्यमंत्री का आवास वर्षा के पानी में डूबा
एसएन श्याम/वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर
पटना: बिहार में मानसून की सक्रियता ने फिर कर दिया खेल, राजधानी का ड्रैनेज सिस्टम हो गया फेल, विभिन्न कार्यालय व घर में वर्षा का पानी घुसने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। रविवार की रात 11:00 बजे से है रुक-रुक कर वर्षा हुई। सोमवार की सुबह भी राजधानी पटना में छमांछम वर्षा हुई। अनवरत वर्षा के कारण कंकड़बाग गांधी मैदान, कुम्हरार, राजेंद्र नगर, राजीव नगर, पाटलिपुत्र कॉलोनी, पटना जंक्शन, पटना गोलंबर के अतिरिक्त बिहार विधानसभा और राज्य के उपमुख्यमंत्री का सरकारी आवास भी जानमग्न हो गया है।
पटना नगर निगम नरक निगम में तब्दील हो गया है। राजधानी पटना में झील सदृश दृष्टिगोचर है। बिहार विधान सभा और उप मुख्यमंत्री का आवास पानी में डूब गया है। पटना का मशहूर गांधी मैदान में चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। राजधानी के नीचले क्षेत्र में पूरी तरह बाढ़ का नजारा है। घर, दुकान ,मकान सब जगह सिर्फ पानी ही पानी ही नजर आ रहा है। बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिंहा का सरकारी आवास पानी में डूबा हुआ है। बिहार विधानसभा और पुराना सचिवालय में पूरी तरह पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। राजधानी पटना पूरी तरह नरक में तब्दील हो गया है। यू कहे कि पटना का नगर निगम नरक निगम बन गया। भीषण जल जमाव के कारण राजधानी का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है
स्कूल बंद कर दिए गए हैं। नीचले क्षेत्र में यातायात पूरी तरह ठप्प है।
वाहनों का परिचालन रुक गया है।
पटना के जिला पदाधिकारी के अनुसार जिला प्रशासन और नगर नगर निगम की टीम स्थिति पर तीक्ष्ण दृष्टि बनाए हुए हैं। पानी निकासी का काम तेजी से चल रहा है। कुल 18 पंप काम कर रहे हैं, एक-दो घंटे के अंदर पानी निकल जाएगा। पटना जंक्शन का बाहरी परिसर पूरी तरह पानी में डूबा हुआ है। राजधानी के नीचले क्षेत्र में सैकड़ो घर पानी में पानी घुस गया है। आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सरकारी पदाधिकारी देखते हैं, करते हैं, नजर बनाए हुए हैं का राग अलाप रहे हैं। कुल मिलाकर पटना में जो गया खेल, पूरी तरह ड्रेनेज सिस्टम फेल।