पटना के एस एसपी ने पत्रकारों को जेल भेजने की दी हिदायत
एस एन श्याम/सीनियर क्राइम रिपोर्टर
पटना : बिहार में अजीब सा मंज़र दिखने लगा है, लोकतंत्र व तंत्रालोक दिखने लगा है। आवाम तो आवाम पत्रकारिता पर पहरे दिखने लगा है। पटना के एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने पत्रकारों को गिरफ्तार करने की धमकी दी है। श्री शर्मा ने खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिना पुष्टि के समाचार छापा या चलाया तो वैसे मीडिया कर्मियों संस्थाओं को नोटिस भेज कर उन पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। उन्हें घटित घटना का आरोपी भी बनाया जा सकता है। आवश्यकता हुई तो पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजवाया जाएगा। एसएसपी श्री शर्मा ने कहा कि पत्रकारों द्वारा बिना पुष्टि के समाचार छपने पर या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर न्यूज़ दिखाने पर कांड का अनुसंधान प्रभावित होता है, जो एक संज्ञेय अपराध है। दरअसल, एसएसपी श्री शर्मा विगत दिनों पारस अस्पताल में दुर्दांत अपराधी चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े हत्या के मामले में विभिन्न मीडिया कर्मियों/ समाचार पत्रों /और मीडिया संस्थानों में चलाए जा रहे समाचारों से काफी बदनामी हुई। राज्य सरकार की साख पर आंच आया। जिसको लेकर एसपी श्री शर्मा ने पुलिस की लापरवाही का ठीकरा पत्रकारों के सिर फोड़ दिया। अनुसंधान प्रभावित होने का आरोप लगाते हुए पत्रकारों पर जमकर अपना गुस्सा उतरा और उन्हें स्पष्ट चेतावनी दी यदि वे बिना पुष्टि के समाचार चलते हैं तो इसके लिए उन्हें पुलिस द्वारा दंडित किया जाएगा। एसएसपी श्री शर्मा की इस धमकी से पत्रकारों में गंभीर आक्रोश है, कई पत्रकार संगठनों ने एसपी श्री शर्मा की जमकर आलोचना की है और उनके खिलाफ राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के पूर्व राष्ट्रीय सचिव एवं वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर एसएन श्याम, संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुमार निशांत, बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार, महासचिव राज किशोर सिंह, सचिव अवधेश कुमार शर्मा एवं इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधांशु कुमार सतीश ने घटना की घोर निंदा करते हुए बिहार के पुलिस महानिदेशक से एस एस पी पर कार्रवाई करने की मांग की है।