Fri. Sep 12th, 2025

मादकता (नशा) की चपेट में बिहार, पटना में लाखों की नशीली दवा के साथ एक तस्कर गिरफ्तार

apnibaat.org
पटना : बिहार में शराबबंदी के बाद से राजधानी पटना नशा की गिरफ्त में है। बिहार की कथित शराबबंदी लिखना अतिशयोक्ति नहीं, क्योंकि पूर्ण शराबबंदी केवल नाम का है। सरकार ने शराब बंदी कर शराब माफिया को सशक्त बनाया यह कहना भी अतिशयोक्ति नहीं। इतना ही नहीं शराब बंदी के बावजूद शराब सर्वत्र उपलब्ध है, यह सरकारी व पुलिस की रिपोर्ट बता रही है कि शराब बंदी पूर्णतः विफल है। कानून यह बने कि शराब या नशा कर विधि विरुद्ध आचरण करने पर कड़ी कार्रवाई हो।

बिहार में शराब बंदी के बाद शराब की बिक्री तो बढ़ी ही, स्कूली बच्चों ,कोचिंग संस्थान के छात्रों तथा ई रिक्शा चालक बड़े पैमाने मादक पदार्थों का सेवन करने लगे हैं। इतना ही नहीं, नशीली दवाओं का उपयोग किशोरवय के विद्यार्थी, युवा व प्रौढ़ करने लगे हैं। अगमकुआं थाना क्षेत्र से स्वास्थ्य विभाग के औषधि नियंत्रक ने एक नशा तस्कर को लाखों की नशीली इंजेक्शन के साथ गिरफ्तारी के बाद इस तथ्य का खुलासा हुआ। पटना के औषधि निरीक्षक जसवंत कुमार झा ने अगमकुमा थाना के सहयोग से प्रोग्रेसिव कॉलोनी के एक मकान के गैरेज में छापामारी कर भारी मात्रा में फिनिरामिन इंजेक्शन, एविल, लिगसी इंजेक्शन बरामद किया। जिसले में चंदन उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार किया गया है, गिरफ्तार व्यक्ति गया जिला के टेकारी का निवासी बताया गया है। उपर्युक्त गिरफ्तारी के 2 दिन पूर्व दो नशा तस्करों को अगम कुआं थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर न्यायालय को सौंप दिया गया।

पटना के औषधि निरीक्षक जसवंत झा ने बताया कि बीमारियों की चिकित्सा में काम आने वाली दवाओं में एक का मूल्य मात्र ₹3 जबकि दूसरे का ₹33 है। किन्तु नशा तस्कर 100 एवं 150 रुपए में उपर्युक्त इंजेक्शन को बेचते हैं। इन दोनों इंजेक्शन को मिलाकर इसके शिकार यह इंजेक्शन लेते हैं। जिससे उन्हें नशा का अनुभव होता था, परंतु शरीर और पैर लड़खड़ाता नहीं था।
अगमकुमा थाना क्षेत्र में इन दोनों बड़े पैमाने पर नशा का व्यापार खुलकर हो रहा है। उपर्युक्त नशीली दवाओं की बिक्री खुलेआम होती है। पटना के झोपड़पट्टी में खुलेआम देसी शराब भी बेची जाती है। उत्पाद पुलिस छापा मारकर शराब बराबर करती है, सरकार वाहवाही लूटते हैं, फिर पुलिस के जाने के बाद धंधा गति पकड़ लेता है। प्रबुद्धजन व जानकारों का कहना है कि नशीली दवाएं व शराब की बिक्री व उपलब्धता में कुछ पुलिसकर्मियों और शराब माफियाओं की साँठ गाँठ से इनकार नहीं किया जा सकता है। शराब व नशीली दवाओं का धंधा राजधानी पटना के भूतनाथ रोड, एचआईवी कॉलोनी, प्रोग्रेसिव कॉलोनी, कुम्हरार, मुसहरी, चाणक्य नगर, भागवत नगर व बिहार के अन्य क्षेत्र में धड़ल्ले से संचालित है।

संकलन सहयोगी एसएन श्याम

Spread the love

By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

Leave a Reply