फार्मर रजिस्ट्री कृषि क्षेत्र में तकनीकी परिवर्तन का अभिन्न अंग, सभी किसान अनिवार्यतः निबंधन करायें

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बेतिया: ऐग्रीस्टैक परियोजना के अंतर्गत जिला के सभी अंचल के चिन्हित राजस्व ग्राम में फार्मर रजिस्ट्री का कार्य दिनांक 09 अप्रैल 2025 से प्रारंभ किया गया है। फार्मर रजिस्ट्री का उद्देश्य किसानों के जमीन सम्बंधी विवरण को उनके फार्मर आईडी से जोडना है। फार्मर रजिस्ट्री यह सुनिश्चित करने में सहायता करती है कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही लाभाथिर्यों तक कुशलतापूर्वक पहुँचे। रजिस्ट्री न केवल पारदर्शिता बढाती है बल्कि कृषि सम्बंधित योजनाओं में सब्सिडी, बीमा और अन्य लाभों के वितरण को भी सुव्यवस्थित करती है। फार्मर रजिस्ट्री कृषि क्षेत्र अंतर्गत तकनीकी परिवर्तन का अभिन्न अंग है, जिससे किसानों की आजीविका में सुधार के लिए बेहतर योजना, नीति निर्माण और संसाधनों का आवंटन संभव हो जायेगा।भारत सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने वाले सभी किसानों के लिए फार्मर आईडी बनाया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। फार्मर रजिस्ट्री के लिए चिन्हित राजस्व ग्रामों में कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें किसानों को आधार कार्ड, जमीन सम्बंधी दस्तावेज एवं मोबाईल नम्बर के साथ कैम्प में पूर्व चिन्हित स्थान पर जाकर भाग लेने को किसान सलाहकार द्वारा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। कैम्प में आने वाले सभी किसानों का पंजीकरण एवं ई-के०वाई०सी० सत्यापन कृषि विभाग द्वारा किया जा रहा है तथा किसानों के जमीन सम्बंधी दावा के साथ-साथ आधार के उपयोग से संबंधित सहमति एवं ई-हस्ताक्षर पूर्ण करने में राजस्व कर्मचारी सहयोग कर रहे हैं। इस सम्बंध में जागरुकता के लिए सभी क्षेत्र में जागरुकता रथ बुधवार को प्रस्थान किया।
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