अनमोल कुमार/apnibaat.org
पटना। दधीचि देहदान समिति के जागरूकता अभियान के परिणाम स्वरुप तीन का नेत्रदान (दो पटना एवं एक बक्सर) हुआ। पहला बाजार समिति निवासी 73 वर्षीय स्मृतिशेष रामप्रसाद बंसलजी एवं दूसरा नेत्रदान भट्टाचार्य रोड निवासी 81 वर्षीय स्मृतिशेष प्रवीण चंद्रा देसाई के निधन के बाद नेत्रदान कराकर पीड़ित मानवता की सेवा में एक मील का पत्थर स्थापित किया है। बंसल के सुपुत्र रोशन बंसल, सुनील बंसल एवं देसाई के सुपुत्र समीर देसाई एवं सुनील देसाई, दोनों परिवार के जागरूक सदस्यों के सदप्रयास से नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान,पटना के नेत्र अधिकोष की टीम को कॉर्निया सौप कर समाज को एक ऐसा संदेश दिया है जो आने वाली पीढ़ि के लिए प्रेरक सिद्ध होगा। उनकी आंखों से 4-6 नेत्रहीनों को दृष्टि मिल सकेगी। मृत्यु निश्चित है परन्तु मृत्यु के पश्चात भी अमर हानें की श्रेष्ठ विधि है, नेत्रदान। दधीचि देहदान समिति बिहार दिवंगत आत्मा की सदगति के लिए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया है एवं समिति ने दोनों अस्पताल के नेत्र अधिकोष की टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने तुरंत नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा किया।
दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद एवं महासचिव पदमश्री विमल जैन ने जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया है कि मृत्यु को जीवन का अंत न बनाएँ, संकल्प लेकर नेत्रदान/अंगदान/देहदान करने का संकल्प ले और महर्षि दधीचि की इस परपंरा को अपनाकर मानवता की सेवा में अपना योगदान दे। इसके लिए 8084053399 नम्बर पर संपर्क करें।