बेतिया नगर निगम की महापौर गरिमादेवी को पार्षदों ने बनाया बंधक, घंटों हंगामा, सक्रिय पुलिस ने मामला शांत कराया
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया की बहुचर्चित महापौर गरिमादेवी सिकरिया, निगम के वार्ड 14 में योजना के निरीक्षण के क्रम में पहुंची, जहाँ उनका विरोध किया गया। महापौर के हवाले से बताया गया है कि पार्षदों ने उन्हें बंधक बनाया, पुलिस ने मामले को शांत कराया।
बेतिया महापौर गरिमादेवी सिकारिया के पहले कार्यकाल में जो लोकप्रियता मिली, कार्यों में पारदर्शिता रही वह अब नहीं है। पूर्व वाली पारदर्शिता अब नहीं रही, प्रबुद्धजनों का कहना है कि गरिमादेवी की कर्मठता से इनकार नहीं किया जा सकता है, अलबत्ता कतिपय पार्षदों के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त होना, कर्मठ छवि को धूमिल करता प्रतीत होता है। परिणाम स्वरुप सदन की उठापटक सड़क पर नहीं दिखती। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो पहले की पारदर्शिता और गरिमा में अंतर तो अवश्य दिख रहा है। अन्यथा यह दिन देखने को नहीं मिलता, चांद चमकता अवश्य है अलबत्ता उसके गड्ढे भी काले ही है।
बेतिया नगर निगम के वार्ड 14 में महापौर को विरोध का सामना करना पड़ा, इतना ही नहीं, वहां उनके विरुद्ध नाराबाजी भी की गई। नगर निगम के अधिकांश पार्षदों ने महापौर श्रीमती सिकारिया पर परेशान करने का आरोप भी लगाया। उधर महापौर के हवाले से सूत्रों ने बताया कि घटिया निर्माण कार्य होने की सूचना पर जांच के लिए वहां पहुंची तो विरोधियों ने हंगामा किया। बकझक, नोंक-झोंक से तू तू मैं मैं व शोर शराबा पर लोगों की काफी भीड़ जुट गई, काफी देर तक हंगामा होता रहा, महापौर गरिमा देवी शिकारिया के हवाले से हमारे सूत्रों ने बताया कि कुछ पार्षदों ने उन्हें बंधक बना लिया, जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया और उन्हें वहां सुरक्षित निकाला। पार्षदों ने महापौर पर गंभीर आरोप लगाया है। पार्षदों ने कहा कि जांच के दौरान पहुंची महापौर ने असंसदीय व अपमानजनक शब्द का उपयोग किया। जिसका भीड़ ने जमकर विरोध किया। गरिमादेवी सिकारिया ने पार्षदों पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। कुल मिलाकर नगर निगम में वर्चस्व का मामला खुलकर सामने आ रहा है। महापौर और पार्षद दोनों के तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का क्रम प्रारम्भ हैं। इस मामले को लेकर महापौर गरिमा देवी सिकारिया के हवाले से हमारे सूत्रों ने बताया है कि उन्होंने बेतिया के एसपी डॉ शौर्य कुमार सुमन को आवेदन देकर पार्षदों पर कार्रवाई की मांग किया है। बेतिया नगर निगम की गुटबंदी का परिणाम उपर्युक्त घटना की परिणीति बताई जा रही है। नगर निगम में इन दिनों गुटबंदी खूब हो रही है, गरिमा देवी सिकारिया ने जहां एसपी से मिलकर मामले में कार्रवाई की मांग की है, वहीं वार्ड पार्षद भी अचानक बीमार होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराये गए हैं। विगत दिनों नगर निगम की बोर्ड की बैठक में खूब हंगामा हुआ, उसके बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया। अब इस घटना ने नगर निगम विवाद व वर्चस्व का पारा बढ़ा दिया है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सदन का विवाद सड़क पर उतर आया है।
Post Views: 35