राँयल व्यक्ति बाहर से अपने को बडा और महान दिखाने की कोशिश नही करेगा, विचारो और व्यवहार से राँयल होता है। आत्मा के सर्व गुणो को जब व्यक्ति अपनाता हैं तो वह शान्ति का दूत बन जाता है। भले ही उसके पास स्थूल धन ना भी हो पर उसका सरल और शांत स्वभाव दिव्यता की झलक दिखाता है। अगर शाही सुख सुविधाये ना भी हो तो भी वह व्यक्ति सन्तुष्ट रहता है। लेकिन जो भौतिक सुख सुविधाओ की संपति को ही राँयल्टी समझते है, उसके मन में सदा और अधिक धन अर्जित करने की कामना रहती है। ऐसे कुछ व्यक्ति अपने से कम सम्पन्न लोगों से हीनता का व्यवहार रखते है। लेकिन जो रियल में ही राँयल व्यक्ति होता हैं। उसका व्यवहार छोटे बडे सबके साथ सभ्यतापूर्ण होता है। उनके हर कर्म में सभ्यता और सत्यता दिखाई देती है। ऐसे व्यक्ति के मन में सबके प्रति रहम भाव और प्रेम का भाव होता है। ऐसा व्यक्ति सबके लिए दुनिया में जो शाही और नवाब लोग हैं। वे महंगी वस्तुओ के बहुत शौकीन होते हैं किन्तु परमात्मा हमे बताते हैं कि महंगी वस्तु नही बल्कि महंगे विचारो के शौकीन बनो।