Thu. Nov 21st, 2024

हर मनुष्य जीवन के अंत तक कुछ न कुछ सीखता ही रहता है। अर्थात सीखना एक सतत एव जीवन में चलने वाली महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। जैसे की मानव इस धरती पर जन्म लेता है, वैसे ही उसके सीखने की प्रक्रिया आरंभ हो जाते है। सीखना अर्थात ज्ञान प्राप्त करना जानकारी हासिल करना किसी से कोई अच्छी आदत ग्रहण करना व्यवहार के कारण व्यवहार में परिवर्तन आना ही सीखना है। सीखना एक सार्वभौम अनुभव है एक मानसिक क्रिया है जिसे व्यक्ति जानबूझकर अपनाता है, जिससे अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त कर सके। यह केवल व्यक्तियो में ही नही बल्कि सभी जीव जंन्तुओ मे भी होता है। सीखते जाने से वातावरण एवं परिस्थितियो में अनुकूलता या समायोजन की क्षमताओ का विकास होता है। मनुष्य के लिए हर पल हर दिन और हर जगह सीखना जरुरी है।

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