बेतिया में आरक्षण संरक्षण दिवस मनाया गया
सुनील कुमार ठाकुर
बेतिया: अरेराज रोड स्थित बगीचा रेस्टोरेंट में आरक्षण संरक्षण दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें कई वक्ताओं ने विचार विमर्श किया।आरक्षण संरक्षण की आवश्यकता के विषय में बताया गया कि आरक्षण सामाजिक और जातिगत विषमता के कारण है। समाज में जबतक विषमता रहेगी आरक्षण संरक्षित रहेगा। आर्थिक रुप से कमजोर सभी वर्ग में लोग हैं। इसलिए ईडब्ल्यूएस आरकेक्षण में सभी वर्ग की अनिवार्यता की जानी चाहिए। उपर्युक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत पुलिस उपाधीक्षक रामदास बैठा बौद्ध ने किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण संरक्षण की नितांत आवश्यकता है। जिससे सामाजिक व जातिगत विषमता वाले समाज में भविष्य की नई पीढियां सुरक्षित रहकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने आरक्षण क्यों आवश्यक है, इसके लिए उदाहरण देकर समझाया। समाजिक कार्यकर्ता नंदलाल ने कहा कि वर्तमान समाज में आनेवाली पीढियों के भविष्य को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। जिसका आगाज़ साहूजी महाराज ने अपने तत्कालीन रियासत में किया था। आरक्षण संरक्षण दिवस कार्यक्रम का आयोजन ओबीसी-दलित एकता मंच के संयोजक संजय कुमार राव ने किया। उन्होंने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 26 जुलाई 1902 ई को साहूजी महाराज ने अपनी तत्कालीन रियासत में सर्वप्रथम 50% आरक्षण देकर समाज की विषमता को दूर करने की पहल किया। उस काम को बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने आगे बढ़ाने का काम किया। सनद रहे कि साहूजी महाराज ने बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर में प्रतिभा देखा, जिससे समाज में असमानताएं दूर करने की क्षमता पाया। उनसे प्रभावित होकर उन्हें विदेश पढ़ने के लिए भेजा। वंचित बहुजन मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रवींद्र सिंह बौद्ध ने कहा कि साहूजी महाराज ने आरक्षण प्रारंभ कर एक मील का पत्थर स्थापित किया। अन्यथा इसकी जानकारी हमें नहीं होती, किंतु वक्ताओं ने इतिहास के पन्नों को पलटकर नई पीढ़ी को यह बताया कि साहूजी महाराज ने डॉ आंबेडकर को पढ़ने के लिए विदेश भेजा। हमें उनके सपने को पूरा करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में रिटायर्ड डीएसपी कैलाश राम, रिटायर्ड इंस्पेक्टर नेतराम, गौरी शंकर राम, चंद्र राम, राजू प्रसाद, बनारसी प्रसाद गुप्ता, रामकिशोर बैठा, योगेंद्र पासवान, हीरा राम व कई अन्य शामिल रहे।
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