सबकी जुबान पर पवन का नाम, गायकी और अदाकारी की दिवानी युवा पीढ़ी
काराकाट लोकसभा क्षेत्र, सांसत में फंसे नरेंद्र मोदी के सिपहसालार उपेंद्र कुशवाहा
अनमोल कुमार/अपनी बात
पटना : बिहार के काराकाट लोकसभा क्षेत्र में एनडीए और इण्डिया के प्रत्याशियों के साथ लोकसभा चुनाव में भोजपुरी गायक व अभिनेता चुनाव मैदान में हैं। आप जिसकी चर्चा कीजिए सबकी जुबान पर पवन सिंह का नाम ही क्यों है…? यह कोई बताता नहीं अलबत्ता उनके चाहने वाले की दीवानगी राजनीतिक हद तक है, बता नहीं सकते । एक भोजपुरी कलाकार की लोकप्रियता इस तरह लोगों के सिर चढ़कर बोल सकता है, यह देखना है तो एक बार काराकाट अवश्य भ्रमण कर आइए।
विगत गुरुवार और शुक्रवार को काराकाट लोकसभा क्षेत्र में अपनी बात सहयोगी अनमोल कुमार पहुंचे, वहां पर पवन सिंह के समर्थन या उपेंद्र कुशवाहा के विरोध देखने नहीं किंतु एक पत्रकार, सियासी थर्मामीटर लेकर सासाराम और काराकाट लोकसभा क्षेत्र के लोगों का चुनावी बुखार मापने पहुंचा। गुरुवार को पवन सिंह का नामांकन हुआ, इस दौरान सासाराम में पैर रखने की जगह नहीं, भीड़ कहां से आई, कैसे आई, किसके लिए आई यह पता नहीं पर चर्चा में अवश्य रही। शुक्रवार को कई प्रत्याशियों का नामांकन रहा अलबत्ता उपेंद्र कुशवाहा पर सबकी नजर टिकी रही। उपेंद्र कुशवाहा के नामांकन में भीड़ उमड़ी वह कमत्तर नहीं आख़िर उपेंद्र कुशवाहा सत्ताधारी गठबंधन के प्रत्याशी रहे। कार्यक्रम सासाराम के जमुहार से कुछ दूर रखा गया। सड़क के किनारे कई किलोमीटर तक बस और गाड़ियों का काफिला दिखा। कार्यक्रम स्थल पर भीड़ भी ठीक-ठाक रही, मंच पर आरके सिंह सांसद और केंद्रीय मंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री बिहार विजय कुमार सिंह, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय भी देखे गए। बिहार से चाहने वाले लोगों की भीड़ भी जुटी दिखी। अपनी बात के प्रतिनिधि पत्रकार अनमोल कुमार की गाड़ी जैसे ही दूकान पर रुकी एक बुजुर्ग ने कहा कि कुछ भी कहिए पवन सिंह ने काराकाट का नाम पूरे देश में फैला दिया है। अगर पवन सिंह चुनाव नहीं लड़ता तो कराकाट को कोई नहीं जानता। वहां खड़े युवकों ने बुजुर्ग की बात का समर्थन किया। हमने पूछा कि भाई पवन सिंह में ऐसी क्या क्वालिटी है जो उपेंद्र कुशवाहा, राजा राम प्रसाद या अन्य प्रत्याशियों में नहीं है। उत्तर देते हुए बुजुर्ग ने कहा कि वह युवा पीढ़ी उसके पीछे पागल है। उसने एक काम तो चुनाव जीतने से पहले ही कर दिया कि काराकाट को आज पूरे देश में लोग जान गए यह भी एक लोकसभा क्षेत्र है। इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत नासरीगंज में उपेंद्र यादव मिल गए, लाइन होटल पर भोजन कर रहे, श्री यादव से हमने पूछा कौन जीत रहा है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन का चांस था, पर अब खेसारी यादव का समर्थन मिलने के बाद यादव भी टूट गया है, यहां पवन सिंह को एक बार चांस देने का युवाओं का मूड है। निर्दलीय है काम करेंगे वही बगल में बैठे अल्प संख्यक समुदाय के युवक ने मोबाइल में पवन सिंह के साथ अपनी सेल्फी दिखाते हुए कहा कि कल ही मिले थे काफी बढ़िया लगा। काराकाट लोक सभा क्षेत्र में हमने लगभग 200 लोगों से बातचीत की यह अलग-अलग समुदाय और क्षेत्र के थे बातचीत के क्रम में यह बात तो पता चल यहां लड़ाई सबको पवन सिंह से ही लड़ना है बिना हींग फिटकरी के पवन सिंह लड़ाई में सबसे आगे निकल गए ऐसा नहीं की पवन सिंह की जात यानी राजपूत समुदाय के लोग ही पवन सिंह के साथ हैं, बल्कि कुशवाहा, यादव व मुसलमान भी है। दूसरे जात के भी लोग हैं महिलाओं और व्यक्तियों में भी पवन सिंह को लेकर जबर्दस्त क्रेज है जब पवन सिंह का काफिला सड़क से गुजरता है तो लड़कियां सेल्फी लेने के लिए सड़क के किनारे खड़ी होती हैं जैसा कि लोगों ने बताया पवन सिंह भी गाड़ी से उतरते हैं लोगों के पैर छूते हैं और इसमें नाम से फोटो खिंचवाते हैं यह भूल जाइए की पवन सिंह राजपूत है इस कारण से सिर्फ राजपूत समुदाय के लोग ही पवन सिंह के साथ खड़े हैं एक कलाकार का अपना भी स्टार्ट दम होता है और इस इलाके में जिस तरह का माहौल बना है अगर यही माहौल मतदान के दिन तक रहा तो फिर पवन की आवेग को रोकना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा दूसरे पोजीशन पर महागठबंधन के उम्मीदवार खड़े हो गए उपेंद्र कुशवाहा और अन्य प्रत्याशियों के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी उपेंद्र कुशवाहा भी माहिर खिलाड़ी है उनके पक्ष में भाजपा राजपूत नेताओं की फौज उतार रही है फिल्मी कलाकार भी आ रहे हैं यह भी सवाल लोगों से हमने पूछा लोगों ने कहा कि आप पूरे बिहार में घूम जाइए जितना ज्यादा चुनाव का रंग इस क्षेत्र में दिख रहा है पूरे बिहार में आपको देखने को नहीं मिलेगा जानते हैं क्यों पवन सिंह ने सभी प्रत्याशियों की हवा निकाल दी है और हवा भरने के लिए प्रत्याशी की जान से जुट गए हैं लग रहा है कि चुनाव हो रहा है बगल में सासाराम देख लीजिए कोई उत्साह नहीं है।