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शिक्षा और तकनीकी ज्ञान अर्जन से सामाजिक और आर्थिक प्रगति सम्भव
सेन समाज के वरिष्ठजन अंगवस्त्र से सम्मानित किये गए, राजनीतिक भागीदारी आवश्यक
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बेतिया: ‘भारत रत्न’ जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती पर शिद्धत से याद किया गया। इस क्रम में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। बेतिया समाज के पुरोधा जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती पर उनके कृतित्व व व्यक्तित्व पर चर्चा की गई। जिला मुख्यालय बेतिया स्थित राज ड्योढी मेला ग्राउंड में बुधवार को भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर नाई समाज के लोगों ने सम्मान सह आभार समारोह का आयोजन भी किया। जिसमें बड़ी संख्या में नई समाज के लोग शामिल हुए। इस सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में समाज की महिलाओं की भागीदारी भी देखी गई।
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कर्पूरी ठाकुर जन्म शताब्दी समारोह में पूर्व नगर पार्षद सह भाजपा के वरीय नेता विजय रंजन ठाकुर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘भारत रत्न’ जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचार वर्तमान परिवेश में प्रसांगिक, उनके विचार को आत्मसात कर आगे बढ़े। नाई समाज प्रत्येक क्षेत्र में अपने बलबूते आगे बढ़ रहा है। शिक्षा का क्षेत्र हो या कोई अन्य क्षेत्र, अलबत्ता इतना से नाई समाज को संतुष्ट नहीं होना चाहिए, राजनीतिक भागीदारी आवश्यक है। वर्तमान समय में नाई समाज को अत्यधिक परिश्रम की आवश्यकता है।
नाई5 समाज में आज भी व्यापक रुप में पिछड़ापन है। जिससे शिक्षा और तकनीकी ज्ञान अर्जन कर दूर किया जा सकता है।
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भगवान ठाकुर ने बताया कि नाई समाज के कल्याण के लिए जिला स्तर पर नाई कल्याण समिति का सशक्त गठन आवश्यक है। जिसमें कोष की सुदृढ़ व्यवस्था हो, जिससे समाज के आवश्यकपरक लोगों की सहायता की जा सके। अर्थाभाव में में कोई व्यक्ति इच्छानुरुप कार्य नहीं कर सकता है। सरकारें आती और जाती रहेंगी, लेकिन समाज को बढ़ाने और सशक्त बनाने के लिए कहीं ना कहीं हम सबको आगे आना ही होगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए समाज में समर्पण का भाव और समाज में सशक्त संगठन बनाना होगा, तभी वर्तमान परिवेश में संतुलन बना सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में समाज के कई वरिष्ठ लोगों को अंग वस्त्र से आयोजकों ने सम्मानित किया।