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जन प्रतिनिधियों और भारतीय रेलवे ने सिकटा की उपेक्षा की 

बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला के नरकटियागंज अनुमंडल क्षेत्र के नरकटियागंज-सिकटा-रक्सौल रेलखंड में आमान परिवर्तन (वर्ष-2018) के बाद ट्रेनों के परिचालन तो प्रारम्भ हुआ। अलबत्ता परिचालित गाड़ियों की संख्या नहीं बढ़ाने से आक्रोशित सिकटा प्रखंड वासियों ने आवाज बुलंद कर दिया है। जिसको लेकर लोकसभा चुनाव में ‘रेल नहीं तो वोट नहीं’ का मामला को सोसल मीडिया, मीडिया, बैनर, पोस्टर, लाउडस्पीकर व बैठक कर उछाल दिया है। इसके लिए प्रचार प्रसार अभियान प्रारम्भ कर दिया गया है। सिकटा के पूर्व वार्ड सदस्य रमेश कुमार उर्फ मुन्ना के नेतृत्व में सुरेन्द्र केसरी, कृष्णा कुमार, हमीदुज्जमा उर्फ राजा, रामबाबू गुप्ता, मुकूल सोनी, जहीर कुरैशी, मुकेश गुप्ता व मुखिया प्रतिनिधि राजन चौरसिया समेत सैकड़ों)⁰⁰) लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आमान परिवर्तन के बाद बीते पांच साल से रेल परिचालन शुरू होने के बावजूद रेलगाड़ी परिचालन की संख्या नहीं बढ़ी है।आक्रोशित लोगों ने इस रूट में रेल परिचालन नहीं बढ़ाने को लेकर गुरुवार से आंदोलन शुरू किया है। इसके पूर्व रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बढ़ाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने के अतिरिक्त रेल राज्यमंत्री राव साहेब पाटिल दानवे (चम्पारण आगमन), सांसद सुनील कुमार व सांसद सतीशचन्द्र दुबे तक से कई बार गुहार लगाई गईं। परंतु कोई परिणाम सामने नहीं आया। लंबे समय के बाद भी नरकटियागंज-सिकटा-रक्सौल रेलखंड पर मात्र एक यात्री (स्पेशल) सवारी गाड़ी नरकटियागंज व रक्सौल के बीच महज अप-डाउन दो बार करती है। विगत 12 अगस्त 2018 को आमान परिवर्तन के बाद गाड़ियों का परिचालन पुन प्रारम्भ हुआ। उसके बाद से यह रेलखंड जन प्रतिनिधियों व रेल प्रशासन की उपेक्षा का शिकार बन गया है।
इस रेलखंड पर अमान परिवर्तन के पूर्व नौ जोड़ी सामान्य गाड़ियों के अतिरिक्त लंबी दूरी की एक रेलगाड़ी संचालित रही। नरकटियागंज- सिकटा- रक्सौल रेलखण्ड पर अमान परिवर्तन के पूर्व 9 जोड़ी गाड़ियों का परिचालन होता रहा। जिसमें गंडक एक्सप्रेस, दूसरी यूपी के गोंडा से असम के तेजपुर के बीच दो एक्सप्रेस ट्रेनें का परिचालन हुआ करती थी। सिकटा स्टेशन से प्रखंड क्षेत्र ही नहीं पड़ोसी राष्ट्र5 नेपाल के 2000 यात्री का आवागमन प्रतिदिन हुआ करता था। सिकटा के सामाजिक कार्यकर्ता राम भारद्वाज सिंह, मधुप गुप्ता, शेषनाथ विद्यार्थी, पूर्व सरपंच राजमहम्मद अंसारी, ओमप्रकाश दुदानी, कबीर अहमद, पूर्व मुखिया रामविनय गुप्ता व प्रभात गुप्ता, राजू यादव व जावेद अख्तर उर्फ पप्पू, लक्ष्मण कुमार, विपिन ठाकुर व मिरोज अहमद व कई बताते हैं कि समस्तीपुर मंडल के ए ग्रेड के स्टेशनों के बाद सर्वाधिक टिकट बिकने वाले स्टेशनों के नाम की सूची में सिकटा का नाम शुमार था। उस समय भी रेलवे ने सिकटा स्टेशन को यात्री सुविधाओं से लैश नहीं किया। अमान परिवर्तन के बाद उम्मीद जगी कि अब इस रास्ते में दूरगामी ट्रेनों की सुविधा मिलेगी। किंतु इस रुट के यात्री आज भी सुविधाओं से वंचित हैं। ट्रेन की संख्या में वृद्धि नहीं होने से व्यसायियों समेत सभी वर्ग के लोगों को परेशानी है। पश्चिम दिशा में नरकटियागंज अनुमंडल मुख्यालय, जबकि पूरब अंतर्राष्ट्रीय मार्केट रक्सौल बराबर लोगों का आना जाना लगा रहता है। वहां जाने के लिए एक मात्र टैक्सी ही विकल्प है। टैक्सी वाले लोगों का दोहन करने से बाज नहीं आते है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए रेल मार्ग ही सस्ता व सुलभ साधन है। बस एवं टेम्पो से यात्रियों को काफी महंगा किराया देकर यात्रा करना पड़ता है। इन समस्याओं के दृष्टिगत इस रूट से रेल गाड़ियों के परिचालन की संख्या बढा़ने समेत लम्बी दूरी की एक्सप्रेस गाडियों के  परिचालन की मांग की जा रही है। बावजूद किसी जनप्रतिनिधि एवं विभागीय पदाधिकारियों ने क्षेत्रीय जनता की उपर्युक्त समस्या के समाधान की दिशा में पहल नहीं किया।
 ट्रेन परिचालन की संख्या में वृद्धि की आशंका
21 नवम्बर 2023  को सिकटा के बरदही गांव में कुश्ती-दंगल के उद्घाटन करने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता सह मेरा स्वाभिमान (ट्रस्ट) के अध्यक्ष दिनेश कुमार अग्रवाल से लोगों ने ट्रेन की संख्या में वृद्धि की दिशा में कदम उठाने की मांग किया। लोगों की मांग पर श्री अग्रवाल ने कहा कि ट्रेन परिचालन की संख्या में वृद्धि के लिए रेलमंत्री से मिलकर सकारात्मक प्रयास किया जाएगा।
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By Awadhesh Sharma

न्यूज एन व्यूज फॉर नेशन

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