दुर्ग में विराजमान आर्यिका माताओ के सानिध्य में 72 वर्षीय तुलसा देवी नें दीक्षा ग्रहण की। राजनांदगाव रहने वाली ब्रहा्रचारिणी तुलसी देवी ने स्वेच्छा सें सयंम धारण करने की इच्छा अपने परिवारवालो के सामने रखी । परिजन नें उनकी अंतिम स्थिति सुधर जाए। इस ध्येय से दुर्ग में विराजमान गणिनी आर्यिका तुलसा देवी की दीक्षा व उनके सानिध्य में समाधिमरण कराने का निवेदन किया दुर्ग में समाजजनो की सहमति से आर्यिका सौभाग्यमति माता ने शुक्रवार करीब 1 बजे तुलसा देवी को दीक्षा देने का निर्णय लिया जिसमे राजनांदगाव व दुर्ग के लगभग सभी श्रावक श्रावकगण खण्डेलवाल भवन में मौजूद रहे।
गणिनी आर्यिका सौर्भायमति माता नें ब्रहा्रचारिणी तुलसा देवी को क्षुल्लिका दीक्षा प्रदान की और उनका नाम सुविच्छामति माताजी रखा। उन्होने कहा कि ब्रहा्रचारिणी तुलसा देवी को सुइच्छा थी इसलिए उनका नाम क्षुल्ल्किा सुविच्छामति माता रखा गया। दीक्षा के लिए इनके माता पिता बनने का सौभाग्य इनके गृहस्थ जीवन के बेटे व बहु को मिला। दुर्ग, राजनांदगांव, वैशाली नगर, भिलाई , आदि स्थानो से श्रावक मौजूद रहे।