मंजिल दूर है। और समय भी कम है। हमें लक्ष्य को पाना है। अब रफ्तार को बढ़ाना हैं। दिन में अपना काम करो पर नशा रुहानी चढ़ा रहे। कर्म, बोल वाणी तीनो पर कंट्रोलिंग भी बना रहे तब राज्य अधिकारी बनकर कभी ना धोखा खाएंगे मन बुद्धि और संस्कार ये कभी भाग ना पाएंगें माया चटटानो से टक्कर ले कर उसे रहना है। अब रफ्तार बढ़ाना हैं।