आज के दुनिया में शिक्षा व्यवस्था से हमरे बहुत ऊचें ऊचें डिग्रीया प्राप्त करके बहुत ऊचें ऊचें पद और प्रतिष्ठा पाया है। हमने कई तरह के नया नया आविष्कार कर दुनिया के मौत के सामान बनाया तैयार किया है। चांद पर दुनिया खोजने के कोशिश किया है। कई ग्रहो को खोज निकाला है। इस प्रकार हम लोग बहुत कुछ पाया है। पर खोया भी है। उसको पाना बहुत कठिन हो गया है।
हमारे पुराने गुरुकुल पद्धति में नैतिकता पवित्रता ईमानदारी सत्यता सहयोग दया साहस क्षमा मागना क्षमा करना और आज के व्यक्ति एक दूसरे को मारने काटने नीचे दिखाने में लगा है। आज के युग में चारो तरफ बच्चो से लेकर बुढ़ा तक व्यवहार में कटुता में प्रवेश कर लिया है। इसलिए आज आवश्यकता है। शिक्षा के साथ साथ मूल्यो का शिक्षा देनां