शिकारपुर थाना की पुलिस मामला की लीपापोती में जुटी
बेतिया : पश्चिम चम्पारण जिला के बेतिया पुलिस अंतर्गत नरकटियागंज प्रखण्ड स्थित शिकारपुर थाना क्षेत्र के मथुरा चौक पर बुधवार की शाम लगभग 7.30 बजे कट्टा के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। जिसमें वहां की पुलिस लिपापोती का प्रयास कर रही है।
सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की रात लगभग 7:30 बजे गोखूला के चौकीदार भिखारी का पुत्र गोरख और अनील पासवान चौकीदार का भाई सुनील पासवान में खूब मारपीट हुई। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान देशी कट्टा भी लहराया गया। हालाकि पुलिस इससे इत्तेफ़ाक नहीं रखती है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी की आड़ में हो रहे गोरख धंधा से सरकार और प्रशासन प्रत्यक्ष रुप से अनभिज्ञ हैं अलबत्ता अप्रत्यक्ष रुप से कथित संरक्षण प्राप्त है। घटना के संदर्भ में भिखारी चौकीदार ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उनका पुत्र गोरख मथुरा चौक स्थित अजय मिट हाऊस मांस खरीदने के लिए गया। वहां पहले से अनील पासवान चौकीदार का भाई सुनील पासवान वहां बैठा देखा गया। उसने भिखारी चौकीदार के पुत्र गोरख को देखकर अभद्र भाषा, गाली देने लगा। भिखारी चौकीदार के अनुसार गोरख के मना करने लगा। मना करने के बाद सुनील पासवान दौड़कर आया और अवैध देशी कट्टा गोरख की कनपटी पर सटा दिया। उसके बाद गोरख उसे पकड़कर उससे देसी कट्टा छीन कर अपनी जान बचाकर भागते हुए घर आया। वहां से इसकी सूचना थानाध्यक्ष को दी गई। थानाध्यक्ष ने अवैध देशी कट्टा को थाना लाने को चौकीदार को कहा। थानाध्यक्ष का हुक्म बजाते हुए भिखारी चौकीदार का पुत्र गोरख गुरुवार की सुबह शिकारपुर थाना पहुंचकर थानाध्यक्ष को सौंप दिया। इस संबंध में जानकारी के लिए दूरभाष से थानाध्यक्ष अजय कुमार से पूछा गया तो उन्होंने दस मिनट में बताने को कहा, लेकिन घंटों इंतजार करने के बाद भी कोई संतोषजनक जवाब उन्होंने नहीं दिया। जिससे स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन चौकीदार के भाई को बचाने में उसका संरक्षण दे रही है। पुलिसिया कार्रवाई से पीछे हट रही है। पूरे प्रकरण में यह तथ्य सामने आया कि गोखुला चौक पर अवैध शराब की बिक्री की जाती है, जिसकी पुलिस के नाम पर वसूली की जाती है। शराब कारोबार की हफ्ता वसूली को लेकर चौकीदार द्वय के परिजनों ने कट्टा निकालकर मारपीट किया। गोखुला चौक की घटना से स्पष्ट हो गया है कि पुलिस के संरक्षण में शराब की उपलब्धता है। सूत्र यह भी बताते हैं कि प्रतिबंधित गुटखा का ट्रक जब बिहार में प्रवेश करता है तो लगभग प्रत्येक थाना की पुलिस को नियत बंधी बंधाई राशि मिलती है। जिससे गुटखा की आड़ में पूर्ण प्रतिबंधित राज्य में शराब पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश से बिहार आने वाले वाहन के माध्यम से शराब व अन्य प्रतिबंधित सामग्रियां पश्चिम चम्पारण जिला में पहुंच रही है।