बेतिया: पश्चिम चम्पारण जिला अंतर्गत बगहा अनुमंडल स्थित बगहा एक प्रखंड के पतिलार पंचायत के पतिलार गांव में दुर्लभ प्रजाति का सांप मिला। है। ग्रामीणों ने सांप का रेस्क्यू कर वन विभाग को सौंप दिया। वन विभाग की टीम ने सांप को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ दिया है। आकर्षक दिखने वाले सांप को शिकारी सांप भी कहा जाता है। हालाकि रेस्क्यू करते समय लोगों को इस सांप के बारे में जानकारी नहीं रही। ग्रामीण उसे साधारण सांप समझते रहे, लेकिन उसके (सुंदरता) आकर्षण को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग की टीम ने जब सांप देखा तो उनके होश उड़ गए। वन विभाग के लोगों ने बताया कि ऐसा सांप हमने नहीं देखा है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के जिला प्रबंधक कमलेश मौर्या ने बताया कि यह काफी दुर्लभ प्रजाति का सांप है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर यहां के जंगलों में दिखाई नहीं देता है। आमतौर पर उसे बैंडेड करैत के नाम से जानते हैं। इसका पहला मुख्य भोजन सांप है, लेकिन मछली, मेंढक, कंकाल और सांप के अंडे खाने के लिए भी जाना जाता है। यह सबसे जहरीला और खतरनाक होता है। इसके जहर में न्यूरोटॉक्सिन जहर होता है । जिसके काटने से धीरे-धीरे खून का थक्का बनने लगता है, जिससे शरीर में खून का बहाव रुक जाता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है।