महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद रविवार को विभागों का बंटवारा कर दिया गया। इसके बाद ही सरकार ने एक नया आदेश जारी किया। इसके मुताबिक, महाराष्ट्र के सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को एक कॉल आने पर अनिवार्य रूप से हैलो के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहना होगा। इसके लिए एक आधिकारिक आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा। महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने इसकी घोषणा की।
महाराष्ट्र के नवनियुक्त सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार के सभी अधिकारियों को कार्यालयों में फोन आने पर हैलो की बजाय वंदे मातरम कहना होगा। हम आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हम स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी नमस्ते के बजाय फोन पर ‘वंदे मातरम’ कहें। उन्होंने कहा कि औपचारिक सरकारी आदेश 18 अगस्त तक आ जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि राज्य के सभी सरकारी अधिकारी अगले साल 26 जनवरी तक ‘वंदे मातरम’कहें।
भाजपा ने नहीं किया था शिवसेना को सीएम पद देने का वादा: शिंदे
इससे पहले महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बाद मुख्यमंत्री बने शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने कहा है कि भाजपा ने 2019 में शिवसेना को सीएम पद देने का वादा नहीं किया था। एकनाथ शिंदे ने भाजपा पर अपने वादे से मुकरने को लेकर उद्धव ठाकरे द्वारा लगातार लगाए जा रहे आरोप को झूठ करार दिया है।
शिंदे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में मिले थे। चर्चा के दौरान शाह ने कहा था, यदि जदयू को कम सीट मिलने पर नीतीश कुमार को बिहार का सीएम बना सकते हैं तो यदि शिवसेना से वादा किया होता तो उसे क्यों नहीं निभाते।
बता दें, 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें जीती थीं और शिवसेना को 56 सीटें मिली थीं। ठाकरे ने दावा किया था कि भाजपा ने वादा किया था कि वह मुख्यमंत्री पद शिवसेना को भी देंगे। बाद में शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन कर महा विकास अघाड़ी सरकार बनाई थी।